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टनियाटांड में शहीद पप्पू की मनाई गई 19वां शहादत दिवस ,आईटीबीपी के अधिकारी ने शहीद के माता पिता को किया सम्मानित
नावाडीह (बेरमो) : जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में शहीद हुए भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के जवान सह नावाडीह प्रखंड के गुंजरडीह निवासी भुनेश्वर प्रसाद के शहीद पुत्र पप्पू प्रसाद का 19वां शहादत दिवस गुरुवार को शहीद स्मारक स्थल चट्टनियाटांड़ में मनाया गया । यहां शहीद पप्पू के बने आदमकद मूर्ति पर उपस्थित लोगों ने श्रद्वांजलि अर्पित कर नमन किया । मौके पर लोगों ने उनके आत्मा की शांति को ले दो मिनट का मौन धारण भी किया । यहां आईटीबीपी के अधिकारी नथौली राम एवं उमेश कुमार महतो ने शहीद पप्पू के साथ बिताए समय व आतंकवादी के हमला के पूर्व हुए बातचीत से लेकर उसके पार्थिव शरीर को लेकर गुंजरडीह पहुंचने तक की मार्मिक बात बता यहां उपस्थित सभी लोगों की आंखे नम हो गई । साथ ही बताया कि 17 नवंबर 2003 को शहीद पप्पू अपने साथियों के साथ जम्मू के अनंतनाग में ड्यूटी पर थे । अचानक आतंकियों की ओर से उनके वाहन पर ग्रेनेड फेक हमला कर दिया था । वह बहादुरी का परिचय देते हुए बगैर समय गवाए अपने साथियों को आतंकवादी के ग्रेनेड से बचाने को वह लपक कर ग्रेनेड पकड़ अपने साथियों को तो बचा लिया किन्तु वह स्वयं वीरगति प्राप्त हो गया । यहां प्रमुख पूनम देवी ने कहा भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में तैनात पप्पू, जिन्होंने इस धरती मां के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिया । ऐसे भारत माता के सपूत शहीद पप्पू को हम नमन कर गौरन्वित महसूस कर रहे हैं । साथ ही कहा कि धन्य हैं वह मां, जिसने शहीद पप्पू जैसे पुत्र को जन्म दिया । जिप सदस्य महेन्द्र प्रसाद ने कहा कि शहीद पप्पू आज हमारे बीच नहीं रहकर भी जीवित है । उन्होंने बहादुरी का परिचय दे इस धरती मां के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिया । ऐसे भारत माता के सपूत शहीद पप्पू को हम नमन कर गौरन्वित महसूस कर रहे हैं । इससे पहले आईटीबीपी के अधिकारियों ने शहीद के पिता भुवनेश्वर प्रसाद व माता गीता देवी को वस्त्र व अन्य समाग्री देकर सम्मानित किया । जबकि मध्य विद्यालय गुंजरडीह के छात्र छात्राओं ने हाथ में तिरंगा लिए शहीद पप्पू प्रसाद अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा, शहीद पप्पू तेरा नाम रहेगा आदि नारे लगा रहे थे । कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम गीत के साथ की गई । यहां प्रमुख पूनम देवी, जिप सदस्य महेन्द्र प्रसाद, मुखिया जयलाल महतो उर्फ जैली, चपरी के पूर्व मुखिया गौरीशंकर महतो, बीईईओ कामता प्रसाद मेहता, बीपीओ वेकेटश्वर प्रसाद, शिक्षक राजीव महतो, भुवनेश्वर महतो, दुर्गा प्रसाद साहू, मंटू नायक, प्रेमचंद साव, मुन्नी देवी, रेखा देवी, अमरीका धोबी, मिथलेश महतो, रोमा देवी, गोविन्द मोदी, डेगलाल महतो, भोला प्रसाद आदि उपस्थित थे ।