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Wholesale Inflation: थोक मुद्रास्फीति में गिरावट जारी, जून में शून्य से भी नीचे पहुंची, जानें वजह – Utkal Mail

नई दिल्ली। खाद्य वस्तुओं, खनिज तेलों, कच्चा तेल और विनिर्मित मूल धातुओं के भावों में सालाना आधार पर नरमी के चलते थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रा स्फीति (अनंतिम) जून, 2025 में गिर कर शून्य से 0.13 प्रतिशत नीचे चली गयी। थोक महंगाई दर में पिछले छह माह से लगातार गिरावट चल रही है। 

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से आज जारी डब्ल्यूपीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार जून माह में सर्व-वस्तु थोक मूल्य सूचकांक 153.8 था। पिछले वर्ष इसी माह थोक मूल्य सूचकांक 153.9 और उस पर आधारित थोक मुद्रास्फीति 3.36 प्रतिशत थी। 

इस वर्ष मई के प्ररंभिक आंकड़ों के अनुसार पिछले माह थोक मुद्रास्फीति 0.39 प्रतिशत थी। अप्रैल के अंतिम आंकड़ों के अनुसार उस माह थोक मुद्रास्फीति 0.85 प्रतिशत रही जो मई में जारी अनंतिम आंकड़े के ही समान है। मुद्रास्फीति के शून्य से नीचे जाने का तात्पर्य है कि कुल मिला कर थोक कीमत स्तर पिछली अवधि की तुलना में नीचे गिरा है। 

इस वर्ष जून में प्रथमिक वस्तुओं के वर्ग में थोक मुद्रास्फीति में तीव्र गिरावट दर्ज की गयी और यह शून्य से 3.38 प्रतिशत नीचे रही जबकि मई में यह शून्य से 2.02 प्रतिशत नीचे थी। इसी तरह ईंधन और बिजली वर्ग में थोक मुद्रास्फीति जून में 2.65 प्रतिशत नीचे आ गयी जबकि मई में यह शून्य से 2.27 प्रतिशत नीचे थी। 

विनिर्मित वस्तुओं के खंड में थोक मुद्रास्फीति एक माह पहले के 2.04 प्रतिशत से घट कर 1.97 प्रतिशत तथा खाद्य वर्ग में 1.72 प्रतिशत से घट कर शून्य से 0.26 प्रतिशत नीचे रही। रिपोर्ट के मुताबिक दालों के भाव इस समय सालाना आधार पर 14 प्रतिशत, आलू और प्याज क्रमश: 32,33 प्रतिशत तथा सब्जियों के थोक भाव करीब 23 प्रतिशत नीचे चल रहे हैं।

दूध 2.26 प्रतिशत ऊपर है जबकि अंडा, मांस मछली के भावों में एक साल पहले की तुलना में 0.29 प्रतिशत की नरमी दिख रही है।पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैसों के थोक मूल्य 12.30 प्रतिशत गिरे हैं तथा ईंधन और बिजली की दरें 2.65 प्रतिशत नीचे चल रही हैं। 


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