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उत्तर भारत में बारिश से तबाही: उत्तराखंड में तीन लोग डूबे, UP में उफान पर नदियां, मौसम विभाग ने जारी किया ‘ऑरेंज' अलर्ट – Utkal Mail

नई दिल्ली। उत्तर भारत में बारिश का सितम जारी रहने के बीच उत्तराखंड में तीन लोग डूब गए, जबकि हिमाचल प्रदेश में एक वाहन के गीली सड़क से फिसलकर खाई में गिरने से तीन लोगों की जान चली गई। उत्तर प्रदेश के 13 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। गंगा, यमुना और बेतवा जैसी प्रमुख नदियां कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। 

वहीं, राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसी स्थिति से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सवाई माधोपुर जिले में हवाई सर्वेक्षण किया। उत्तराखंड में हल्द्वानी के पास भाखड़ा नदी की तेज धारा में एक व्यक्ति बह गया। 

रविवार को हल्द्वानी रोड पर भुजियाघाट के पास उफनती नदी में दो अन्य लोग डूब गए थे। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि रुद्रप्रयाग जिले में रात को भूस्खलन के कारण पहाड़ी से गिरे पत्थरों और मलबे के नीचे दो दुकानें दब गईं। देहरादून में रातभर भारी बारिश जारी रही और जिला प्रशासन ने स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रों को एक दिन के लिए बंद कर दिया। 

राज्य की प्रमुख नदियां उफान पर हैं, जिनमें हरिद्वार में गंगा और काली नदी भी शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक वाहन के खाई में गिर जाने से उसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। पुलिस ने मृतकों की पहचान देवरत, मंगल चंद और आशु के रूप में की है। 

यह घटना रविवार देर रात उस समय घटी, जब वाहन संकरी सड़क से फिसलकर मगरूगला और मझवाल के बीच सैनी नाले के पास एक गहरी खाई में जा गिरा। वाहन में सवार सभी पांच लोग शंकरदेहरा से घर लौट रहे थे। 

राजस्थान के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री शर्मा ने चकेरी, जड़ावता, अजनोटी, मैनपुरा, धनौली और सुरवाल गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया और खंडार में क्षतिग्रस्त बोदल पुलिया का निरीक्षण किया। राज्य के पूर्वोत्तर के कुछ जिलों में अगले दो-तीन दिन मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है। 

शर्मा ने एक बयान में कहा, “सभी आवश्यक सहायता बिना किसी देरी के प्रदान की जानी चाहिए। प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों को आगे कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।” 

उत्तर प्रदेश में राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर और बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि औरैया, कालपी, हमीरपुर, प्रयागराज और बांदा में यमुना नदी लाल निशान को पार कर गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, हमीरपुर में बेतवा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 

इसमें कहा गया है कि रविवार को राज्य में 14.2 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि 24 जिलों में भारी बारिश हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रयागराज, जालौन, औरैया, मिर्जापुर, वाराणसी, कानपुर देहात, बांदा, इटावा, फतेहपुर, कानपुर शहर और चित्रकूट में बाढ़ आ गई है। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश जारी रहने के बीच सोमवार को एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 310 सड़कें वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दी गईं। 

शिमला शहर के उपनगरीय क्षेत्र पंथाघाटी में भूस्खलन के कारण रविवार रात मेहली-शोगी बाईपास पर यातायात बाधित हो गया। भूस्खलन के कारण आसपास की कुछ दुकानों को नुकसान भी पहुंचा। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को राज्य के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में बारिश संबंधी घटनाओं में अब तक कम से कम 103 लोगों की मौत हो चुकी है और 36 लोग अब भी लापता हैं। 


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