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सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र के सी.पी.पी.-3 द्वारा स्थापना के बाद से अब तक का एक दिवसीय बिजली उत्पादन में नया कीर्तिमान स्थापित

सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आर.एस.पी.) के कैप्टिव पावर प्लांट-3 (सी.पी.पी.-3) ने
स्थापना के बाद से औसतन एकल-दिवसीय बिजली उत्पादन में नए रिकॉर्ड बनाए हैं। सी.पी.पी.-3
ने 16 नवंबर, 2022 को 51.02 मेगा वाट विद्युत शक्ति का उत्पादन करके एक नया रिकॉर्ड
बनाया है। विशेष बात यह है कि यूनिट का पिछला सर्वश्रेष्ठ 50.37 मेगावाट 29 मार्च, 2022 को
हासिल किया गया था। उल्लेखनीय है कि कैप्टिव पावर प्लांट-3 के पावर ब्लोइंग स्टेशन में स्टीम टर्बाइन
जेनरेटर, टॉप रिकवरी टर्बाइन जेनरेटर और बैक प्रेशर टर्बाइन जेनरेटर शामिल हैं।
कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री एस.आर. सूर्यवंशी ने उल्लेखनीय निष्पादन के लिए
कर्मीसमूह को बधाई देने के लिए 17 नवंबर को कैप्टिव पावर प्लांट-3 का दौरा किया, टीम की
सराहना की और कर्मचारियों को बिजली उत्पादन के उच्च स्तर को और अधि‍क बढ़ाने के लिए
प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री सूर्यवंशी ने कहा, “हमारे पास अच्छे निष्पादन को
जारी रखने और अधिक दक्षता के साथ महत्वपूर्ण लक्ष्य तक पहुँचने की अद्भुत क्षमता है। आइए
आर.एस.पी. को देश का सबसे अच्छा इस्पात संयंत्र बनाने में मदद करने के लिए अपना
सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का प्रयत्न करें गौरतलब है कि, मुख्य महाप्रबंधक (पावर) श्री बी. सुनील कार्था और महाप्रबंधक एवं
प्रभारी (सी.पी.पी.#3) श्री एस.एल. दास के नेतृत्व में सी.पी.पी.-1 की समर्पित टीम ने इकाई की
निष्पादन को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। यूनिट ने वर्ष 2013-14 में सी.पी.पी.
की स्थापना के बाद से वर्ष 2022 में कई बार सर्वश्रेष्ठ मासिक निष्पादन दर्ज किया है।
ये उत्कृष्ट उपलब्धियाँ पहली बार पावर और ब्लोइंग स्टेशन के तीनों टर्बो-ब्लोअर के बड़े
ओवरहालिंग के माध्यम से संभव हुईं, जिससे प्रति टर्बो-ब्लोअर प्रति घंटे 12 टन स्टीम की बचत
हुई, जिसका स्टीम टर्बाइन जेनरेटर में बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए कुशलतापूर्वक उपयोग
किया गया था। इसके अलावा, 20 एम.वी.ए. टी.आर.टी.जी. जेनरेटर ट्रांसफॉर्मर को 25 एम.वी.ए.
ट्रांसफॉर्मर के साथ बदलना, स्टीम टर्बाइन जेनरेटर के कंट्रोल वॉल्व स्पिंडल का सुधार और
सटीक समायोजन, टर्बाइनों में उपयोग किए जाने वाले हाइड्रोलिक तेल के गुणवत्ता मानकों को
सुनिश्चित करना, टर्बो-ब्लोअर और स्टीम टर्बाइन जेनरेटर के स्पष्ट शीतलन जल रसायन विज्ञान
के नियंत्रण के लिए पी.बी.एस. के कूलिंग टावरों पर सल्फ्यूरिक एसिड डोजिंग सिस्टम को पुन:
चालू करना, जिसके परिणामस्वरूप बढ़ी हुई दक्षता और कम अनुरक्षण आवश्यकताओं ने बेहतर
निष्पादन प्राप्त करने में मदद की। सी.डी.सी.पी. बॉयलरों की विश्वसनीयता बढ़ाने, भाप रिसाव
को रोकने जैसे संवर्द्धित प्रणाली में सुधार, बायलर लोडिंग और इस तरह उनकी क्षमता का
अनुकूलन, एस.टी.जी. और टर्बो-ब्लोअर में कंडेनसर में वैक्यूम बढ़ाना, प्रमुख बिजली संयंत्र
उपकरण और संबंधित सहायक की विश्वसनीयता बढ़ाना, बॉयलरों में भाप उत्पादन का
युक्तिकरण, अनुकूलन और संतुलन और टर्बाइन जेनरेटर और टर्बो-ब्लोअर में उनका प्रभावी
उपयोग जैसे कुछ अन्य प्रमुख पहल यूनिट द्वारा किए गए हैं।

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