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डिप्टी सीएम केशव ने घोसी उपचुनाव में हार को बताया एक एक्सीडेंट, बोले- 2024 में जीतेंगे सभी 80 सीट – Utkal Mail


नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने घोसी विधानसभा उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की हार को एक ‘एक्सीडेंट’ बताते हुए कहा है कि इसने हमें 2024 के लिए और अधिक तैयारी करने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोकसभा की सभी सीटें जीतने के अतिआत्मविश्वास में हम यही सोचते की सब ठीक चल रहा है, उस लिहाज हम इसे (चुनाव परिणाम को) अच्छा ही मानते हैं। 

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एक विशेष साक्षात्कार में मौर्य ने दावा किया कि लोकसभा चुनावों में घोसी में फिर से कमल खिलेगा। उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार दारा सिंह चौहान की हार को उन्होंने पार्टी संगठन में गुटबाजी या प्रदेश सरकार के कामकाज पर टिप्पणी मानने से इनकार किया। मौर्य ने कहा “ये चुनाव एक एक्सीडेंट था जिसको सुधार कर हम 2024 में परिणाम दिखायेंगे और घोसी में भी कमल का फूल खिलेगा।“ 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फिर सत्ता में वापसी करेंगे। घोसी में इस माह की शुरुआत में विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने भाजपा के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को 42 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया। दारा सिंह चौहान ने सपा के उम्मीदवार के तौर पर पिछला चुनाव इसी सीट से जीता था। 

मौर्य ने कहा, उपचुनाव में संगठन ने पूरा प्रयास किया और सरकार की उपलब्धियों की बात करें तो इतनी हैं कि हम घोसी ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक विजय हासिल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम चुनाव हारे हैं लेकिन इस हार ने हमें एकतरह से और अच्छी तरह से तैयारी करने की ओर ध्यान दिलाया है। 

पिछड़ा वर्ग के प्रमुख नेताओं में शुमार मौर्य ने कहा “हम अस्सी सीट जीतने का दावा कर रहे हैं और अतिआत्मविश्वास में कहीं यह सोचते कि हमारा सब ठीक चल रहा है… उस लिहाज से तैयारी के लिए हम इसे अच्छा ही मानते हैं।” उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में हार जीत में से कोई एक चीज होती है। घोसी चुनाव में हार हुई है, यह हम मानते हैं। चुनाव परिणाम ने हम लोगों को और अधिक तैयारी करने के लिए संदेश दिया है।“ 

यह पूछे जाने पर कि उन्होंने कहा था समाजवादी पार्टी समाप्तवादी पार्टी बन रही है, लेकिन क्या इस चुनाव से उसे जीवनदान मिल गया है, मौर्य ने कहा कि यह 2024 में पता चलेगा कि जीवनदान मिला या नहीं। उन्होंने दोहराया कि, सपा समाप्तवादी पार्टी बनने की ओर अग्रसर है। मौर्य का कहना था “मुझे उत्तर प्रदेश में ऐसा कहीं नहीं दिख रहा जिसमें सपा का कहीं से भी कोई ऐसा काम हो या उसने सरकार में रहते ऐसा कुछ किया हो जिसके आधार पर वह जनता के बीच में जाए। 

2024 का जो चुनाव है उसमें अभी जो दिखाई दे रहा है उसमें इस बार भतीजे के साथ बुआ शामिल नहीं होने वाली हैं। मायावती अलग लड़ रही हैं और ये अलग लड़ रहे हैं। लेकिन ये अलग लड़ें या साथ मिलकर लड़ें हम लोगों ने उप्र में ये नारा दिया है – सौ में साठ हमारा है, चालीस में बंटवारा है और बंटवारे में भी हमारा है, क्योंकि हम सबका साथ सबका विकास चाहते हैं।“ 

मौर्य ने इस बात को खारिज किया कि घोसी में पिछड़ा वर्ग से आने वाले भाजपा के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान की हार के पीछे एक प्रमुख जाति का दबदबा व पिछड़ा वर्ग का भाजपा से मोहभंग होना भी एक कारण है। उन्होंने कहा “ओबीसी भाजपा के साथ था, है और भाजपा के साथ ही रहेगा। ओबीसी व भाजपा अलग-अलग न थे न होंगे।” उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चूंकि एक संत हैं और संत की कोई जाति नहीं होती, इसलिए उनको किसी जाति से जोड़कर यह सवाल नहीं करना चाहिए।

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