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‘डालमिया भारत फ़ाउंडेशन’ NIIT फ़ाउंडेशन के साथ सामाजिक परिवर्तन के समझौता ज्ञापन के ज़रिए भारत के ‘आत्मनिर्भरता’ के दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध

  बोकारो -डालमिया भारत फ़ाउंडेशन (डीबीएफ), डालमिया भारत ग्रुप की कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (Corporate Social Responsibility-CSR) शाखा है। यह भारत के ‘आत्मनिर्भरता’ के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदलने की दिशा में तेज़ी-से आगे बढ़ रहा है। इस उद्देश्य के लिए, डीबीएफ ने एक ग़ैर-लाभकारी शिक्षा समाज (एज्यूकेशन सोसायटी), NIIT फ़ाउंडेशन के साथ अत्याधुनिक, समुदाय-केंद्रित कौशल-निर्माण और शैक्षणिक प्रशिक्षण से संबंधित पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका लाभ झारखंड में बोकारो सहित भारत भर में 16 दीक्षा (डालमिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ नॉलेज ऐंड स्किल हार्नेसिंग- DIKSHa) केंद्रों के 8000 वंचित युवाओं को होगा।
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एक ऐसे नए भारत की शुरुआत करना है जो डीबीएफ के मज़बूत सामुदायिक जुड़ाव और NIIT फ़ाउंडेशन की गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक प्रक्रिया की सहयोगी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए प्रगतिशील और आत्मनिर्भर हो, ताकि समाज के वंचित वर्गों के बच्चों और युवाओं को सशक्त बनाया जा सके।
डालमिया भारत लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक, ईएसजी और सीआरओ डॉ. अरविंद बोधनकर ने कहा, “हमारे सहयोगी प्रयासों और शक्ति के ज़रिए हम मानते हैं कि यह साझेदारी हमारे देश की बेहतरी के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव बन जाएगी और समाज में सकारात्मक और परिवर्तनकारी बदलाव लाएगी। हम अपने देश के सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत को सही मायने में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामाजिक भेदभाव को खत्म करते हुए और अपनी आर्थिक ज़रूरतों को पूरा करते हुए अपने समुदाय तक अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए सैदव तैयार हैं।”
देश की राजधानी नई दिल्ली में डालमिया भारत लिमिटेड के डॉ. बोधनकर और NIIT फ़ाउंडेशन की सीओओ सुश्री चारु कपूर के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस साझा सहयोग के ज़रिए शुरू होने वाले प्रमुख प्रशिक्षण और कौशल निर्माण में वित्तीय साक्षरता, साइबर सुरक्षा की आवश्यकताएँ और व्यावसायिक कौशल में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शामिल होंगे।

झारखंड में बोकारो के अलावा दीक्षा (DIKSHa) केंद्र जहां पाठ्यक्रम विकसित और संचालित किए जाएंगे उनमें महाराष्ट्र में कोल्हापुर भी शामिल हैं; गुजरात में खंबालिया; मध्य प्रदेश में सतना; तमिलनाडु में डालमियापुरम और त्रिची; कर्नाटक में बेलगाम और यादवाड; असम में लंका; पश्चिम बंगाल में मेदिनीपुर; ओडिशा में राउरकेला, जाजपुर, राजगांगपुर, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा और कटक; और उत्तर प्रदेश में सीतापुर और शाहजहाँपुर जहाँ डालमिया भारत ग्रुप की स्थानीय मौजूदगी है और वह वहाँ के हर समुदाय के साथ मिलकर काम करता है। NIIT फ़ाउंडेशन जहाँ आवश्यक सामग्री, प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण, मूल्यांकन और प्रमाणन के साथ-साथ प्लेसमेंट सहायता मुहैया करेगा, वहीं डीबीएफ को केंद्र की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के प्रबंधन का काम भी  सौंप दिया गया

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