ICC की हिरासत में फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति दुतेर्ते, लगे कई संगीन आरोप – Utkal Mail

हेग, अमृत विचारः अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते को मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप में बुधवार को हिरासत में ले लिया। दुतेर्ते पर पद पर रहते हुए मादक पदार्थ रोधी कार्रवाई के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध करने के आरोप हैं। मानवाधिकार संगठनों और पीड़ित परिवारों ने दुतेर्ते की गिरफ्तारी की सराहना की है। वहीं अदालत के मुख्य अभियोजक करीम खान ने इसे पीड़ितों के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम’’ करार दिया।
दुतेर्ते को हिरासत में लिए जाने के बाद उनके समर्थकों ने फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनैंड मार्कोस के प्रशासन की आलोचना की। मार्कोस और दुतेर्ते के बीच पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है। दुतेर्ते (79) मनीला से विमान के जरिए नीदरलैंड पहुंचे, जहां मंगलवार को आईसीसी के अनुरोध पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। नीदरलैंड की अदालत ने एक बयान में कहा कि किसी संदिग्ध के आने पर मानक प्रक्रियाओं के अनुरूप एहतियात के तौर पर उसे चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाती है और उसी क्रम में दुतेर्ते को भी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई। हालांकि अदालत ने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी कि दुतेर्ते का स्वास्थ्य कैसा है। एक एम्बुलेंस उस विमान के नजदीक पहुंची जिसमें दुतेर्ते सवार थे। इसके बाद चिकित्सक विमान के अंदर गए। इस दौरान पुलिस का एक हेलीकॉप्टर हवाई अड्डे के करीब मंडराता रहा और बाद में पुलिस सुरक्षा में एक काली एसयूवी हवाई अड्डे से बाहर जाती दिखाई दी।
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। फिलीपीन के विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को मनीला में जारी एक बयान में कहा कि हेग स्थित फिलीपीन दूतावास ने दुतेर्ते के आगमन पर उन्हें राजनयिक पहुंच मुहैया कराई। साथ ही ठंड़ के कपड़े और जरूरत का अन्य सामान भी उपलब्ध कराया गया। कुछ ही दिनों में दुतेर्ते को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर उन्हें अधिकतम आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। पीड़ित परिवारों ने दुतेर्ते की गिरफ्तारी पर खुशी जताई है और उम्मीद जताई कि उन्हें न्याय मिलेगा। आईसीसी ने 2021 में कथित मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान सामूहिक हत्याओं के आरोपों की जांच शुरू की। राष्ट्रीय पुलिस के अनुसार दुतेर्ते के राष्ट्रपति कार्यकाल में इन घटनाओं में 6,000 से अधिक लोग मारे गए थे वहीं मानवाधिकार संगठनों का दावा है कि 30,000 लोग मारे गए थे।
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