David Johnson Death : डेविड जॉनसन की चौथी मंजिल से गिरकर हुई मौत, भारतीय क्रिकेट जगत में पसरा मातम – Utkal Mail

बेंगलुरु। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज और कर्नाटक के रणजी खिलाड़ी डेविड जॉनसन की अपने अपार्टमेंट की चौथी मंजिल की बालकनी से गिरने के कारण मौत हो गई। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। वह 52 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। जॉनसन अपने घर के पास में ही क्रिकेट अकादमी चला रहे थे लेकिन पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे।
केएससीए के अधिकारी ने कहा,हमें बताया गया कि वह अपने अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से गिर गए थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जॉनसन ने भारत की तरफ से दो टेस्ट मैच खेले। उन्होंने कुल 39 प्रथम श्रेणी मैच खेले। वह कर्नाटक की उस मजबूत गेंदबाजी इकाई का हिस्सा थे जिसमें अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद और डोडा गणेश शामिल थे।
Saddened to hear the passing of my cricketing colleague David Johnson. Heartfelt condolences to his family. Gone too soon “ Benny”! — Anil Kumble (@anilkumble1074) June 20, 2024
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज अनिल कुंबले ने एक्स पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, मेरे क्रिकेटर साथी डेविड जॉनसन के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना। बहुत जल्द चले गए‘बेनी’। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, हमारे पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन के परिवार और मित्रो के प्रति गहरी संवेदना। खेल में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
Deepest condolences to family and friends of our former Indian fast bowler David Johnson. His contributions to the game will always be remembered 🙏
— Jay Shah (@JayShah) June 20, 2024
16 अक्टूबर, 1971 को जन्मे जॉनसन अपनी तेज गेंदबाजी और खेल के प्रति अटूट जुनून के लिए जाने जाते थे। डेविड जॉनसन ने अपने पर्दापण टेस्ट मैच में वेंकटेश प्रसाद के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की थी। इसके बाद जॉनसन दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गए और पहला टेस्ट खेला। जॉनसन की लेथ-लाइन उतनी सटीक नहीं थी, इस कारण उन्हें भारत के लिए केवल दो टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। उन्होंने 1995-96 के रणजी ट्रॉफी सत्र में केरल के खिलाफ 152 रन देकर 10 विकेट लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जॉनसन ने कोचिंग और मेंटरिंग में सहजता से बदलाव किया और महत्वाकांक्षी क्रिकेटरों के मार्गदर्शक बने।
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