ऑपरेशन सिंदूर के बाद NDA की पहली बैठक, पीएम मोदी ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों की दी श्रद्धांजलि – Utkal Mail

नई दिल्ली: पूरे देश में, दिल्ली से लेकर मुंबई, श्रीनगर, पटना, कोलकाता और यहाँ तक कि इस्लामाबाद व रावलपिंडी तक 5 अगस्त को लेकर उत्साह और चर्चा का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महत्वपूर्ण बैठक की, यह बैठक कुछ बड़े निर्णयों का गवाह बन सकता है। संसद का मानसून सत्र चल रहा है और इस दौरान पीएम मोदी मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संसदीय दल को संबोधित करेंगे। सभी की नजर इस बैठक पर टिकी है, क्योंकि इसमें कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं। यह बैठक लंबे समय बाद हो रही है या कहा जाए की ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बैठक है और इसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसद हिस्सा लेंगे।
भाजपा संसदीय दल की इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समेत तमाम अन्य कई वरिष्ठ मंत्रीगण मौजूद रहे। बैठक की शुरुआत सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी का अभिनंदन किया। आपको बता दें कि इस बैठक में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया, जिसमें देश के सेना के सम्मान और शौर्य की बात कही गई हैं। बैठक के दौरान भारत माता की जय, हर-हर महादेव के नारे भी लगे।
पहलगाम आतंकी हमले में शहीदों को श्रद्धांजलि
बैठक में पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही, भारतीय सेना के पराक्रम की सराहना की गई और पाकिस्तान के खिलाफ एक डेलीगेशन भेजने का प्रस्ताव भी सामने आया। यह बैठक संसद के मानसून सत्र के बीच हो रही है, जो पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिन की बहस को छोड़कर काफी हद तक बाधित रहा है। विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध करते हुए सत्र की कार्यवाही को बाधित किया है।
एनडीए संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी के प्रमुख बयान
-प्रधानमंत्री ने बैठक में ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तृत जानकारी साझा की। विपक्ष द्वारा इस मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर अब उसे पछतावा हो सकता है।
-उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 5 अगस्त का दिन बेहद खास है, क्योंकि इसी दिन राम जन्मभूमि का भूमि पूजन हुआ था। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि जम्मू-कश्मीर में संविधान लागू हो, लेकिन उनकी सरकार ने धारा 370 हटाकर इसे संभव बनाया।
-पीएम ने सभी सांसदों को अपने-अपने क्षेत्रों में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को जोर-शोर से चलाने का निर्देश दिया। साथ ही, राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त) और राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (23 अगस्त) को भी अपने क्षेत्रों में उत्साह के साथ मनाने की सलाह दी।
उपराष्ट्रपति चुनाव पर हो सकता है बड़ा ऐलान
यह बैठक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले हो रही है, जो 7 अगस्त से प्रारंभ होगी। एनडीए के पास निर्वाचक मंडल में बहुमत है, इसलिए यदि चुनाव होता है, तो उनके उम्मीदवार के 9 सितंबर को होने वाले चुनाव में जीत की प्रबल संभावना है। सूत्रों के अनुसार, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सहयोगी दलों के साथ मिलकर उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को अंतिम रूप दे सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिलने की अटकलें
हाल ही में पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अचानक मुलाकात की थी, जिसके बाद से जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की चर्चाएँ जोरों पर हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर खूब बात हो रही है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर ऐसी किसी संभावना को खारिज किया है।
एनडीए की रणनीति और बदलता स्वरूप
2024 के आम चुनावों के बाद, जिसमें भाजपा ने बहुमत खो दिया लेकिन सहयोगी दलों के साथ सत्ता बरकरार रखी, एनडीए ने अपनी संसदीय बैठकों में सहयोगी दलों जैसे टीडीपी, जेडी(यू), और एलजेपी (रामविलास) को शामिल किया है। पिछली बैठक 2 जुलाई को हुई थी, और हाल के सत्रों में ऐसी बैठकें कम हुई हैं। पहले पीएम मोदी नियमित रूप से साप्ताहिक भाजपा संसदीय दल की बैठकों को संबोधित करते थे, लेकिन अब नए प्रारूप में सहयोगी दलों को भी शामिल किया गया है। इन बैठकों में शासन, नीतियों और राजनीतिक मुद्दों पर व्यापक चर्चा होती है।
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