सावन के अंतिम सोमवार को देर रात तक खुले रहे शिव मंदिर के कपाट, बारिश के बाद भी कम नहीं हुआ शिवभक्तों का उत्साह – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार। बारिश के बावजूद सावन के अंतिम सोमवार को राजधानी के प्रमुख शिवालयों में भक्तों की लाइनें लगी रहीं। बारिश में भीगते हुए भक्त घंटों लाइन में लगे रहे और अपनी बारी आने पर भोलेनाथ को दूध, जल से अभिषेक कर पुष्प, धतूरा, बेलपत्र, मिष्ठान आदि अर्पित किए।
मनकामेश्वर मंदिर के कपाट रात दो बजे ही खोल दिए गए थे। उसके पहले ही मंदिर के द्वार से डालीगंज पुल तक लाइन लग गई थी। कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश होती रही और भक्त धीरे-धीरे मन्दिर की ओर बढ़ते रहे। इसी तरह बुद्धेश्वर मन्दिर में भी लंबी लाइनें लगी रहीं। भक्तों ने अपनी बारी का इंतजार किया और नम्बर आने पर भोलेनाथ की जलाभिषेक के बाद पूजा की।
उत्तर भारत में सबसे बड़े शिवलिंग वाले बड़ा शिवाला मन्दिर में बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने जलाभिषेक किया। इस मन्दिर की विशेषता यह है कि बड़े शिवलिंग पर जलाभिषेक किया जाता है और उसका जल वहां स्थापित 108 शिवलिंगों तक जाता है। इस मन्दिर में विजय प्रदोष सावन के पूरे महीने रुद्राभिषेक कराते हैं।
पुराने लखनऊ के रानी कटरा स्थित छोटा शिवाला में सावन के अंतिम सोमवार को पूरे दिन शिवभक्तों का जमावड़ा लगा रहा। छोटी काशी के नाम से विख्यात छोटा शिवाला के बारे में यह मान्यता है कि यहां 40 दिन तक लगातार जल चढ़ाने वाले को ,मानसिक शांति मिलती है।
सदर बाजार स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग धाम में सुबह 6 बजे से ही रुद्राभिषेक शुरू कर दिया गया। राजधानी में यह एकमात्र ऐसा मन्दिर है जहां एक साथ 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन हो जाते हैं।
चौक स्थित कोनेश्वर महादेव मन्दिर में सावन के अंतिम सोमवार को पूरे दिन भक्तों का रेला उमड़ता रहा। लोगों ने पूरे अनुशासन के साथ घंटों लाइन में खड़े होकर अपने नम्बर का इन्तजार किया। धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए जलाभिषेक का मौका मिला। जलाभिषेक कर भक्तों ने अपना और परिवार का कल्याण मांगा।
बारिश के बीच भंवरेश्वर में उमड़ा भक्तों का सैलाब
सावन के अंतिम सोमवार को बारिश के बावजूद भवरेश्वर महादेव मंदिर में लाखों शिवभक्तों भक्त दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे। सुबह से देर शाम तक शिवालय हर हर महादेव के जयघोष से गूंजता रहा। भक्तों ने गंगा जल, दूध, दही से अभिषक कर शिवजी को बेल पत्र, धतूरा, शमीपत्र, पुष्प आदि अर्पित किए। भजन-कीर्तन भी होते रहे।
कई जिलों के लाखों भक्तों ने किया दर्शन-पूजन
सई नदी के तट पर स्थित भवरेश्वर महादेव मंदिर में लखनऊ के अलावा रायबरेली, उन्नाव और अन्य जिलों के भक्त भी पहुंचते हैं। सावन का अंतिम सोमवार होने के कारण भक्तों की भीड़ बढ़ गई। दो दिन से बारिश को सिलसिला चलने के बावजूद रविवार रात से भक्त पहुंचने लगे थे। मंदिर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। निगोहां थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी ने बताया कि निगोहां थाने के अलावा रायबरेली जनपद की पुलिस भी मुस्तैद रही। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्वयंसेवकों को भी लगाया गया था।
बिठूर से गंगाजल लाकर किया शिवजी का अभिषेक
क्षेत्र के ग्राम पंचायत सस्पन के मजरा अटेर से कांवड़ियों का जत्था कानपुर के बिठूर से गंगा जल लेने गया था। ये कांवड़िये सोमवार को अटेर गांव के मां बाराही देवी मंदिर पहुंचा।यहां स्थापित भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। जत्था डाक कांवड़ लेकर मंदिर लौटा। अंतिम सोमवार होने के कारण मंदिर में भक्तों की भीड़ अधिक रही। सुबह से शाम तक दर्शन और पूजन के लिए कतार लगी रही।
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