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सीमित कारोबार और नरमी की धारणा के बीच हल्की गिरावट के साथ शेयर बाजार बंद, सेंसेक्स निफ्टी में उतार-चाढव   – Utkal Mail

मंबई। भारतीय बाजारों में सीमित कारोबार और नरमी की धारणा के बीच बैंकिंग, आटो और आईटी क्षेत्र के शेयरों में बिकवाली के दबाव के साथ सोमवार को प्रमुख सूचकांक पिछले सप्ताहांत के स्तर पर बने रहे। बाजार विश्लेषकों के अनुसार निवेशक अमेरिका में आयात शुल्क पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले की प्रतीक्षा में कोई जोखिम उठाना नहीं चाह रहे हैं। बाजार को स्पष्ट संकेतों का इंतजार है और आने वाले दिनों वे निवेशक भारत-अमेरिका व्यापार समझौता वार्ता के नतीजे तथा कंपनियों के पहली तिमाही के नतीजों से संकेत ले सकते हैं। 

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सुबह 83,398.08 पर खुलने के पूर्वाह्न में एक समय 83,516.82 तक चढ़ गया था। यह तेजी ज्यादा देर नहीं टिकी और कारोबार के दौरान 83,262.23 तक गिरने के बाद अंत में पिछले बंद के मुकाबले 9.61 यानी 0.01 प्रतिशत की तेजी नाममात्र की बढ़त के साथ 83,442.50 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 83,432.89 पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के 30 में से 12 शेयर हानि और 18 लाभ में बंद हुये। 

लाभ में रहे शेयरों में हिंदुस्तान लीवर 3 % बढ़त के साथ बंद हुआ। कोटक बैंक, ट्रेंट, रिलायंस, आईटीसी, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, बजाज फिनसर्व, सनफार्मा, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और अडानी पोर्ट भी हल्के लाभ में रहे। सेसेक्स के बाकी शेयरों में 0.01 प्रतिशत से 1.83 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गयी। सबसे ज्यादा 2.46 प्रतिशत की गिरावट बीईएल में रही, जबकि टाटा मोटर 0.01 प्रतिशत हानि में रहा। 

आटो, बैंक और आईटी शेयरों में भी बिकवाली का दबाव बढ़ा हुआ था। नेशनल स्टॉक एस्क्चेंज (एनएसई) का निफ्टी-50 ज्यादातर समय पिछले बंद के स्तर से नीचे रहने के बाद 0.30 अंक (0.00 प्रतिशत) की नाम मात्र की बढ़त के साथ 25461.30 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह नरमी के साथ 25,450.45 पर खुलने के बाद ऊपर में 25,489.80 और नीचे में 25,407.25 तक गया था। एनएसई में बैंक और वित्तीय सेवाओं के वर्ग के सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गयी। 

निफ्टी मिडकैप 100 और स्मालकैप 100 भी हल्की गिरावट के साथ बंद हुये। आशिका समूह के आशिका स्टॉक ब्रोकिंग सर्विसेज के तकनीकी और डेरिवेटिव विश्लेषक सुंदर केवट ने कहा,“ पूरे सत्र के दौरान सूचकांक में सीमित दायरे में कारोबार हुआ, क्योंकि निवेशक अमेरिका में प्रशुल्क पर ट्रम्प सरकार की घोषणाओं से पहले सतर्कता बरत रहे हैं। ” 

उन्होंने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण भी बाजार का उत्साह गिरा हुआ है, जिससे निवेशकों ने प्रमुख क्षेत्रों में रक्षात्मक रुख अपनाया। श्री केवट ने कहा कि इसके बावजूद बाजार में उपभोक्ता वस्तुओं, तेल और गैस, उपभोग और रियल्टी शेयरों में खरीदारी में दिलचस्पी देखी गयी। इसके विपरीत, मीडिया, धातु, आईटी और ऑटो क्षेत्रों में कुछ मुनाफावसूली हुई और इन शेयरों का प्रदर्शन खराब रहा। 

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