प्रधानमंत्री मोदी को मिला नामीबिया का सर्वोच्च सम्मान, राष्ट्रपति नेटुम्बो नेंडी-नदैतवा के साथ वार्ता में बोले PM 'अत्यंत गौरव और सम्मान की बात' – Utkal Mail

विंडहोक। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ़ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया है। नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवा ने बुधवार को यहां श्री मोदी के साथ वार्ता के बाद उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। ‘ऑर्डर ऑफ़ द मोस्ट एन्शिएंट वेल्वित्शिया मिराबिलिस’ नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
डॉ. नेटुम्बो ने पुरस्कार प्रदान करने से पहले कहा , “नामीबियाई संविधान द्वारा मुझे प्रदत्त शक्ति के द्वारा मुझे भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्शियेंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस प्रदान करने का सम्मान प्राप्त हुआ है, जिन्होंने नामीबिया और विश्व स्तर पर सामाजिक-आर्थिक विकास तथा शांति और न्याय को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।”
PM मोदी ने सम्मानित किये जाने के बाद कहा, “वेल्वित्स्चिया मिराबिलिस से सम्मानित होना मेरे लिए अत्यंत गौरव और सम्मान की बात है। मैं राष्ट्रपति, नामीबिया सरकार और नामीबिया की जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। मैं 140 करोड़ भारतीयों की ओर से इस सम्मान को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूँ।”
1990 में नामीबिया की स्वतंत्रता के तुरंत बाद 1995 में पुरस्कार की स्थापना
इस पुरस्कार की स्थापना 1990 में नामीबिया की स्वतंत्रता के तुरंत बाद 1995 में की गयी थी। यह सम्मान विशिष्ट सेवा और नेतृत्व के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार का नाम नामीबिया में पाए जाने वाले एक अनोखे और प्राचीन रेगिस्तानी पौधे वेल्वित्शिया मिराबिलिस के नाम पर रखा गया है। यह पुरस्कार नामीबियाई लोगों के लचीलेपन, दीर्घायु और स्थायी भावना का प्रतीक है। यह प्रधानमंत्री मोदी को विदेश में दिया गया 27वाँ और इस दौरे का चौथा पुरस्कार है।
नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नेंडी-नदैतवा के साथ वार्ता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नेंडी-नदैतवा के साथ वार्ता की और डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने भारत-नामीबिया संबंधों की समग्र समीक्षा की।
बैठक के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों में सहयोग हमारी चर्चा में प्रमुखता से शामिल रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर भी चर्चा की। ‘प्रोजेक्ट चीता’ में नामीबिया की सहायता के लिए आभार व्यक्त किया।’’
स्टेट हाउस में वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग, नामीबिया में उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना, सीडीआरआई (आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन) फ्रेमवर्क और वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन फ्रेमवर्क शामिल हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया की पहली और भारत से किसी प्रधानमंत्री की तीसरी यात्रा है।
पांच देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में ब्राजील से यहां पहुंचे मोदी ने राष्ट्रीय स्मारक ‘हीरोज एकर’ में नामीबिया के संस्थापक सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। नुजोमा ने 1990 में नामीबिया को स्वतंत्रता दिलाई और 15 वर्षों तक इसके राष्ट्रपति रहे थे। राष्ट्रपति नेंडी-नदैतवा के निमंत्रण पर यहां आए मोदी ने नामीबिया को अफ्रीका में एक ‘‘महत्वपूर्ण और विश्वसनीय साझेदार’’ बताया। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का स्टेट हाउस में स्वागत किया गया और उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
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