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Year Ender 2023 : पर्यटन में G-20 कार्यक्रमों ने बटोरी सुर्खियां – Utkal Mail

नई दिल्ली। भारत की अध्यक्षता में आयोजित प्रभावशाली जी-20 समूह की देश के विभिन्न स्थानों पर हुई मंत्रिस्तरीय बैठक के साथ इस साल पर्यटन भी सुर्खियों में रहा। जी-20 बैठकों के दौरान भारत ने अपनी जीवंत संस्कृति और विविधता से भरे स्थलों को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए सभी प्रयास किए।

भारत ने 2022 में एक दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभाली, जिसके चलते 2023 में पर्यटन मंत्रालय को भी अपने प्रयासों को बेहतर दिशा देने में मदद मिली। देश में जी-20 की अध्यक्षता के तहत बड़ी संख्या में विभिन्न स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित की गईं। इसका समापन 9-10 सितंबर को दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के साथ हुआ।

शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित दुनिया के कई शीर्ष नेताओं ने भाग लिया। पर्यटन मंत्रालय ने आने वाले प्रतिनिधियों के लिए ‘अतुल्य भारत’ का प्रदर्शन करने से लेकर देश को एक प्रमुख यात्रा गंतव्य के रूप में स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित किया। प्रथम पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की बैठक गुजरात के कच्छ में आयोजित की गई।

सात से नौ फरवरी तक आयोजित इस कार्यक्रम में भारत और विदेश से 100 से अधिक जी20 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। नौ फरवरी को, उन्होंने हड़प्पा-युग के धोलावीरा स्थल का भी दौरा किया, जिसे यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में जगह मिली है। टीडब्ल्यूजी की दूसरी बैठक एक से तीन अप्रैल तक सिलीगुड़ी-दार्जिलिंग में आयोजित की गई थी और तीसरी बैठक 22-24 मई तक श्रीनगर में आयोजित की गई।

पर्यटन के लिहाज से अहम गोवा ने 19 से 22 जून तक आखिरी बैठक की मेजबानी की। इस साल भारत ने चार-छह अक्टूबर तक दिल्ली में ‘पैसिफिक एशिया ट्रैवल एसोसिएशन (पीएटीए) ट्रैवल मार्ट’ के 46वें संस्करण की भी मेजबानी की। इसे कोविड-19 महामारी के कारण तीन साल के बाद आयोजित किया गया था।

पर्यटन मंत्रालय ने कहा था कि जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता ने भारत को बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों और सम्मेलनों की मेजबानी के लिए पसंदीदा स्थलों में से एक बना दिया है। अन्य प्रमुख आयोजनों में, पर्यटन मंत्रालय ने 27 सितंबर को ‘विश्व पर्यटन दिवस’ के मौके पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिशन ‘लाइफ’ के तत्वावधान में ‘ट्रैवल फॉर लाइफ’ कार्यक्रम शुरू किया था, जो पर्यटकों को यात्रा के दौरान जिम्मेदार व्यवहार का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

इसके अलावा, मेघालय की राजधानी शिलांग में तीन दिवसीय भव्य पर्यटन सम्मेलन आयोजित किया गया जो 23 नवंबर को समाप्त हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र की पर्यटन क्षमता और इसकी समृद्ध जैव विविधता को पेश करना है। 

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