लचीले कार्यस्थल का पोर्टफोलियो दो साल में 52 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीदः रिपोर्ट – Utkal Mail
नई दिल्ली। लचीले कार्यस्थल परिसरों का संचालन करने वाली फर्मों का पोर्टफोलियो फिलहाल 5.34 करोड़ वर्ग फुट है और कंपनियों की तरफ से मांग बढ़ने से अगले दो साल में इसका आकार 52 प्रतिशत बढ़कर 8.1 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंचने का अनुमान है।
रियल एस्टेट सलाहकार फर्म वेस्टियन ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताते हुए कहा कि देश के 1,000 से अधिक केंद्रों में स्थित लचीले कार्यस्थलों में 7.6 लाख वर्ग फुट से अधिक जगह खाली पड़ी हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 50 बड़ी फर्म लचीले कार्यस्थलों के कारोबार से जुड़ी हैं। इनमें से भी शीर्ष 10 संचालकों का कुल पोर्टफोलियो के 84 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है। वेस्टियन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) श्रीनिवास राव ने कहा कि भारत में लचीले कार्यस्थलों की स्थिति अमेरिका एवं यूरोपीय देशों की तुलना में अभी शुरुआती दौर से गुजर रहा है। लेकिन इसकी मांग में लगातार तेजी देखी जा रही है।
राव ने कहा, ‘‘यह भारत में धीरे-धीरे बढ़ा है और अब 5.34 करोड़ वर्ग फुट तक पहुंच चुका है। वर्ष 2025 तक लचीले कार्यस्थल का क्षेत्रफल 8.1 करोड़ वर्ग फुट हो जाने का अनुमान है जो 23 प्रतिशत की सालाना वृद्धि को दर्शाता है।
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