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पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर हमले से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, मामूली बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी – Utkal Mail

मुंबई। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले के बाद स्थानीय शेयर बाजारों में बुधवार को कारोबार बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा। हालांकि, मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भर कारोबार के अंत में 105.71 अंक यानी 0.13 प्रतिशत चढ़कर 80,746.78 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 80,844.63 अंक के ऊपरी स्तर तक गया और 79,937.48 अंक के निचले स्तर तक आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 34.80 अंक यानी 0.14 प्रतिशत बढ़कर 24,414.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 24,449.60 के उच्च स्तर और 24,220 के निम्न स्तर के बीच घूमता रहा।

पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए बड़े आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इन ठिकानों में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके भी शामिल हैं।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘भले ही सीमापार आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के बाद बाजार में कारोबार के दौरान उतार-चढ़ाव देखा गया, लेकिन अंत में अनिश्चितता दूर करने में कामयाब मिली। भारत-पाक युद्ध से जुड़े तनाव के कारण बाजार की धारणा सतर्क रहेगी, लेकिन अगले कुछ दिनों में शेयर-विशिष्ट गतिविधियों के साथ बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।’’

सेंसेक्स की कंपनियों में से टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, इटर्नल, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावर ग्रिड के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, आईटीसी, नेस्ले, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचसीएल टेक के शेयरों में गिरावट देखी गई। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,794.52 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

स्मार्टवेल्थ.एआई के संस्थापक और प्रमुख शोधकर्ता पंकज सिंह ने कहा, ‘‘सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से भारत-पाक गतिरोध जैसे भू-राजनीतिक तनाव बाजार में फौरी अस्थिरता पैदा करते हैं। हालांकि अल्पावधि में सावधानी उचित है लेकिन इतिहास बताता है कि स्पष्टता आने पर भारतीय बाजार मजबूत जुझारूपन दिखाते हैं। व्यापक आर्थिक या वैश्विक झटके न होने से भारत-पाक तनाव का कोई स्थायी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। ऐसे में निवेशकों को डर के बजाय बुनियादी बातों पर ध्यान देना चाहिए।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट, और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे, जबकि जापान के निक्की 225 सूचकांक में गिरावट रही। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में गिरावट रही थी।

भारत और ब्रिटेन ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता पूरा होने की घोषणा की जिसमें 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शुल्क हटने और ब्रिटिश फर्मों के लिए भारत में व्हिस्की, कार और अन्य उत्पादों के निर्यात को सुगम बनाने का उल्लेख है। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.64 प्रतिशत चढ़कर 62.55 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 155.77 अंक गिरकर 80,641.07 अंक पर और एनएसई निफ्टी 81.55 अंक घटकर 24,379.60 अंक पर रहा था।


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