दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में इमारत में लगी आग, 64 लोगों की मौत… 43 अन्य झुलसे – Utkal Mail
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े शहर जोहानिसबर्ग में बृहस्पतिवार को एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने से कम से कम 64 लोगों की मौत हो गई और 43 अन्य झुलस गए। इस इमारत में प्रवासी लोग रहते थे। अधिकारियों ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि शहर के मध्य में स्थित पांच मंजिला इमारत में आग किस वजह से लगी। बड़ी संख्या में आपात और बचावकर्मी अभी भी घटनास्थल पर हैं क्योंकि शवों का मिलना जारी है।
जोहानिसबर्ग शहर की आपातकालीन सेवाओं के प्रवक्ता रॉबर्ट मुलौदज़ी ने कहा कि अग्निशमन विभाग को रात लगभग 1:30 बजे डेल्वर्स एंड अल्बर्ट्स मार्ग के कोने पर स्थित एक इमारत में आग लगने की सूचना मिली। मुलौदज़ी ने कहा, “यह एक पांच मंजिला इमारत थी, जिसमें बीती रात आग लग गई। हम आग बुझाने के क्रम में इमारत के अंदर मौजूद लोगों को बाहर निकालने में कामयाब रहे।” आग से इमारत नष्ट हो गई।
20 Illegal Immigrants from Zimbabwe die from Fire from a Hijacked Building in Johannesburg CBD. They refused to go Home and Vote only to die a painful death. 80% of Buildings in Joburg CBD are Hijacked mostly by Zimbabweans. @MYANC turns a Blind Eye. @OperationDudula We don’t pic.twitter.com/mZ774EWrcy
— @Kommander_Josh (@Kommander_Josh) August 31, 2023
मुलौदज़ी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 64 शव बरामद किए जा चुके हैं और 43 अन्य लोग झुलस गए हैं तथा अभी भी खोज और बचाव अभियान जारी है। मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है। उन्होंने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और खोज एवं बचाव अभियान जारी है। मुलौदज़ी ने कहा कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि इमारत के अंदर एक अनौपचारिक आवास क्षेत्र था जिसमें लोग भागने की कोशिश के दौरान फंस गए होंगे।
न्यूज24 वेबसाइट की रिपोर्ट में मुलौदज़ी के हवाले से कहा गया, “प्रत्येक मंजिल पर एक अनौपचारिक आवास क्षेत्र था और जिन लोगों ने वहां से निकलने की कोशिश की होगी, वे वहां फंसे हो सकते हैं।” उन्होंने कहा, “हमने घटनास्थल पर अपने रिश्तेदारों की तलाश कर रहे लोगों से कहा है कि उनके परिजनों के जीवित मिलने की संभावना बहुत कम है।”
आग में झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इमारत के नजदीक रहने वाले तंजानिया के एक नागरिक ने कहा कि इमारत के अंदर दर्जनों आवास गृह थे जहां सैकड़ों की संख्या में लोग रहे होंगे। उसने कहा कि क्षेत्र की कई इमारतों में अधिकतर निवासी अफ्रीकी देशों के अवैध प्रवासी हैं जो नौकरियों की तलाश में दक्षिण अफ्रीका के आर्थिक केंद्र में आए थे।
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