लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों पर NIA की कार्रवाई, 8 कैडरों के खिलाफ दायर किया आरोपपत्र – Utkal Mail

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज(शुक्रवार) लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) जेल में कट्टरपंथ और ‘फिदायीन’ (आत्मघाती) हमले की साजिश के मामले में एक आजीवन कारावास की सजा पाने वाले और दो भगोड़ों सहित आठ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
आरोपियों में केरल के कन्नूर का टी. नसीर 2013 से सेंट्रल जेल, बेंगलुरु में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, जबकि जुनैद अहमद उर्फ जेडी और सलमान खान के विदेश भाग जाने का संदेह है। अन्य की पहचान सैयद सुहैल खान उर्फ सुहैल, मोहम्मद उमर उर्फ उमर, जाहिद तबरेज उर्फ जाहिद, सैयद मुदस्सिर पाशा और मोहम्मद फैसल रब्बानी उर्फ सदाथ के रूप में की गई है।
बता दें, यह मामला बेंगलुरु सिटी पुलिस द्वारा 18 जुलाई 2023 को सात आरोपी व्यक्तियों के कब्जे से हथियार, गोला-बारूद, हथगोले और वॉकी-टॉकी की जब्ती के बाद दर्ज किया गया था। बरामदगी तब की गई, जब सातों लोग एक आरोपी के घर में थे।
जांच में पता चला कि पता चला कि टी नसीर, जो कई विस्फोट मामलों में शामिल था, अन्य आरोपियों के संपर्क में आया था, जब वे सभी 2017 के दौरान बेंगलुरु जेल में बंद थे। फिर POCSO मामले में जेल में, अन्य लोग हत्या के मामले में शामिल थे।
माना जाता है कि जेल से छूटने के बाद जुनैद कुछ और अपराध करने के बाद विदेश भाग गया था। एनआईए की जांच के अनुसार, उसने जेल के भीतर और बाहर लश्कर की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपने सह-अभियुक्तों को विदेश से धन भेजना शुरू कर दिया। उसने ‘फिदायीन’ हमले को अंजाम देने और नसीर को अदालत के रास्ते में पुलिस हिरासत से भागने में मदद करने की साजिश के तहत सलमान के साथ दूसरों को हथियार, गोला-बारूद, हथगोले और वॉकी टॉकी पहुंचाने की भी साजिश रची।
जुनैद ने अपने सह-आरोपियों को हमले के लिए इस्तेमाल की गई पुलिस कैप चुराने और अभ्यास के तौर पर सरकारी बसों में आगजनी करने का भी निर्देश दिया। पिछले साल जुलाई में हथियार आदि की बरामदगी के साथ साजिश को नाकाम कर दिया गया था।
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