धर्म

बहराइच: देव-दीपावली पर 11000 दीपों से जगमग हुआ सरयू तट, उमड़ा आस्था का जनसैलाब – Utkal Mail

बहराइच, अमृत विचार। कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सरयू नदी के पावन तट व श्री मरी माता मन्दिर के निकट शुक्रवार को  प्रतिभा संरक्षण सेवा न्यास के तत्वावधान में एकादश देव दीपावली महोत्सव का आयोजन संगठन के पदाधिकारियों एवं ट्रस्टी सदस्यों ने 11 हजार दीपक जलाकर अज्ञानरूपी अंधेरे को नष्ट करने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ पयागपुर विधायक सुभाष त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित कर किया। अध्यक्षता न्यास के प्रदेश संरक्षक घनश्याम बाजपेई व प्रदेश अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र कुमार उपाध्याय ने किया। कथा व्यास पंडित शिववंश शास्त्री ने भजन गाकर श्रद्धालुओं का मनमोह लिया।

संगठन के पदाधिकारियों एवं श्रद्धालुओं  को संबोधित करते हुए डॉ प्रज्ञा त्रिपाठी ने कहा कि जिस प्रकार एक दीपक घनघोर अन्धकार को नष्ट कर देता है उसी तरह हमें दीपक बनकर समाज के प्रत्येक वर्गों के बीच फैले जातिवाद,वर्गवाद, क्षेत्रवाद, भाषा वाद एवं अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करना चाहिए। इस कार्य को प्रतिभा संरक्षण सेवा न्यास के पदाधिकारियों ने समाज में विविध प्रकार के कार्यक्रमों को संचालित करके  साबित कर दिखाया है। इसलिए संगठन के लोग धन्यवाद के पात्र है। 

संगठन के संरक्षक घनश्याम वाजपेई ने कहा कि काशी में  देव दीपावली मनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। बहराइच में देव दीपावली का आयोजन देखकर मन गद्गद हो गया। महोत्सव के संगठन के महासचिव ध्रुव कुमार मिश्र ने कहा कि दीपदान से पर्यावरण सन्तुलित रहता है। न्यास के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य,पर्यावरण, गौ सेवा, सनातन संस्कृति के प्रचार प्रसार जैसे अनेक क्षेत्रों में काम करता है ,संगठन पदाधिकारियों ने 2014 से देव-दीपावली प्रारम्भ किया था जो आज भी अनवरत चल रहा है। 

विशिष्ट अतिथि स्वामी श्री श्री विष्णु देवाचार्य महराज ने बताया कि देव दीपावली क्यों मनाई जाती है? इसके पीछे एक पौराणिक मान्यता है कि त्रिपुरासुर नामक राक्षस अपनी तपस्या से ब्रह्मा जी को प्रसन्न करता है और वह त्रैलोक का सबसे शक्तिशाली असुर बन जाता है, वह देव लोक एवं मृत्यु लोक को अपने अत्याचार से आक्रांत कर देता है ,धरती रक्तरंजित हो जाती है सारे देवता भगवान शिव के पास जाकर इस असुर का वध करने का निवेदन करते हैं ।

भगवान शिवजी ने त्रिपुरासुर का वध करके देवताओं और मनुष्यों की रक्षा की। उस समय से देवताओं ने देव दीपावली का आयोजन  किया था। तब से काशी में यह परम्परा चलती आ रही है, जिसे बहराइच में भी मूर्त रूप दिया जा रहा है। उन्होंने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में सम्मलित हो जिससे देवदीपावली महोत्सव का पूरे जनपद में विस्तार हो सके।

कार्यक्रम को प्रदेश महासचिव ध्रुव कुमार मिश्र,प्रदेश प्रचार प्रमुख अमरनाथ मिश्र, प्रदेश महामंत्री संजय सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष  अनंतराम निषाद प्रदेश कोषाध्यक्ष विजय गौड़, प्रदेश मंत्री सूरज शुक्ल, वरिष्ठ ट्रस्टी सदस्य आदर्श शुक्ल, प्रदेश अध्यक्ष महिला विंग एकता जायसवाल, वरिष्ठ ट्रस्टी सदस्य प्रमोद सिंह चौहान, जिला संरक्षक आशाराम उपाध्याय,, रविन्द्र नाथ मिश्र, वरिष्ठ ट्रस्टी सुरेश श्रीवास्तव, युवा विंग अध्यक्ष रोहित चौधरी, महामंत्री युवा विंग रिशू चौधरी, जिलाध्यक्ष शेखर श्रीवास्तव , महेश, मिथुन,अजय जिला प्रचार प्रमुख आशीष सिंह,बजरंगबली पाठक , सुमुख पाठक, अतुल गौड़,,आदर्श शुक्ल, कमलेश यादव,शेखर सिंह,  ब्लाक प्रमुख कैसरगंज संदीप सिंह बिसेन , भाजपा नेता निशंक त्रिपाठी,पूर्व सभासद दुर्गेश पाण्डेय ने संबोधित किया। 

इस अवसर पर प्रदीप त्रिपाठी जिलाध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ठ, प्रदीप मिश्र जिला उपाध्यक्ष शिक्षक प्रकोष्ठ, अभिषेक दीक्षित जिला महामंत्री शिक्षक प्रकोष्ठ, वरिष्ठ ट्रस्टी  रजनीश गुप्ता,  नीतीश गुप्ता,,  वरिष्ठ ट्रस्टी , कौशलेन्द्र सिंह,पाण्डेय, , आलोक उपाध्याय, चन्द्रशेखर सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, संजीव चौहान, अरविन्दराज शुक्ल,सौरभ अवस्थी,अमर श्रीवास्तव,अजय गुप्ता,अंकित वर्मा,अमरेश गौतम, पेशकार,वीके शर्मा, प्रवीण सिंह,राकेश गुप्ता, डॉ धर्मेन्द्र त्रिपाठी,श्रवण द्विवेदी, धर्मेन्द्र सिंह,ओम प्रकाश सक्सेना आदि उपस्थित रहे।

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