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जूलियस येगो की धैर्य बनाये रखने की सलाह से मदद मिली : नीरज चोपड़ा – Utkal Mail

लुसाने। भारतीय भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा ने कीनिया के उनके प्रतिद्वंद्वी जूलियस येगो की ‘धैर्य बनाये रखने’ की सलाह उनके लिए मददगार साबित हुई और वह सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ यहां डायमंड लीग मीट में दूसरे स्थान पर रहे। पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाला यह 26 वर्षीय खिलाड़ी चौथे दौर तक चौथे स्थान पर चल रहा था। उन्होंने पांचवें प्रयास में 85.58 मीटर भाला फेंक फेंक तीसरा स्थान पक्का किया और फिर अंतिम प्रयास में 89.49 मीटर भाला फेंका जो पेरिस ओलंपिक के 89.45 मीटर से थोड़ा बेहतर है। पांचवें प्रयास के बाद केवल शीर्ष तीन खिलाड़ी ही भाला फेंक सकते थे।

चोपड़ा ने आधिकारिक प्रसारक से कहा, ‘‘(एंडरसन) पीटर्स ने 90 मीटर थ्रो किया, मेरा शरीर अच्छा महसूस नहीं कर रहा था लेकिन अंदर से संघर्ष करने की पूरी भावना थी। मुझे वास्तव में अपनी वापसी पसंद आई। आखिरी थ्रो में मैंने ज्यादा नहीं सोचा, बस अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने शुरुआती प्रयास में ही अच्छा करने का सोचा था लेकिन यह थ्रो सही नहीं रहा।

जूलियस येगो ने मुझे कहा ‘धैर्य बनाये रखो’ तुम दूर तक भाला फेंकोगे। मैं शांतचित रहने की कोशिश कर रहा था।’’ येगो 83 मीटर के प्रयास के साथ छठे स्थान पर रहे। चोपड़ा ने कहा कि उनके लिए प्रतियोगिता का दिन थोड़ा अजीब रहा क्योंकि शुरुआत में उन्हें लगा था कि वह बेहतर परिणाम नहीं दे पायेगे। उन्होंने कहा, ‘‘…शुरुआत में मैंने नहीं सोचा था कि मैं बहुत दूर तक फेंकूंगा लेकिन अंत में यह अच्छा रहा।’’

यह पूछे जाने पर कि वह इस सत्र में और कितनी प्रतिस्पर्धा करेंगे, इस भारतीय ने कहा, ‘‘ हो सकता है कि दो या एक प्रतियोगिता में भाग लूं और फिर मेरे लिए यह सत्र खत्म हो जायेगा। अभी कुछ कहना सही नहीं होगा लेकिन शायद ब्रसेल्स (डायमंड लीग का समापन) में इस साल का अपना आखिरी टूर्नामेंट खेलूं। चोपड़ा को गुरुवार को दूसरे स्थान पर रहने पर सात अंक मिले। वह 15 अंकों के साथ डायमंड लीग तालिका में वेबर के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर हैं। पीटर्स 21 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर पहुंच गए।

चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच यहां सातवें (82.03 मीटर) स्थान पर रहे। वह समग्र तालिका में 16 अंक के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इस सत्र का डायमंड लीग फाइनल 14 सितंबर को ब्रसेल्स में होगा। फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए चोपड़ा को समग्र तालिका में शीर्ष-छह में रहना होगा। लंबे समय से चली आ रही जांघ की चोट से जूझ रहे चोपड़ा ने अगले साल के लिए अपने लक्ष्यों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनकी प्राथमिकता पूर्ण फिटनेस हासिल करने पर होगी। उन्होंने कहा, ‘‘पहला लक्ष्य, डॉक्टर के पास जाना और जांघ की चोट को 100 प्रतिशत फिट करना है। इसके साथ ही मैं तकनीकी रूप से बेहतर होने की कोशिश करूंगा ताकि भाले को और दूर तक फेंक सकूं।

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