आस्था की कठिन डगर : गूगल मैप के सहारे अयोध्या पहुंचने की लगा रहे जुगत – Utkal Mail

Barabanki, Amrit Vichar : श्रद्धालुओं से पटे पड़े प्रयागराज की तरह अयोध्या धाम में भी तिल रखने की जगह नहीं बची है। उधर रूट डायवर्जन राहत कम आफत अधिक साबित हो रहा है। आए दिन बहस व झड़प का माहौल बन जा रहा। अयोध्या जाने को व्याकुल लोग गूगल मैप का सहारा लेते हुए किसी तरह हाईवे पर तो पहुंच रहे पर फिर उनका सामना पुलिस से हो जाता है। अब आमजन व यात्री इस डायवर्जन से ऊब चुके हैं पर पुलिस प्रशासन इसे कड़ी चुनौती मानकर डायवर्जन को प्रभावी बनाए हुए है।
बताते चलें कि इस समय अयोध्या धाम में पैर रखने की जगह नहीं बची है और पुलिस के लिए भीड़ नियंत्रित करना बड़ी चुनौती साबित हो रही। इसके बावजूद लोगों का अयोध्या पहुंचना जारी है। भले ही डायवर्जन के बाद वाहनों को अन्य रास्तों से वापस किया जा रहा हो पर लोग मौके के इंतजार में हैं। डायवर्जन का सबसे बुरा असर उन यात्रियों पर पड़ रहा जो अन्यत्र जिलों तक पहुंचना चाह रहे या रिश्तेदारी में जाने को परेशान हैं। उन्हे दोगुनी लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इस बीच यात्रियों ने नयी तरकीब निकाल ली है, वह लोग गूगल मैप का सहारा ले रहे हैं।
गूगल मैप की बताई दिशा में गांव गली मोहल्ले होते हुए नेशनल हाईवे पहुंच रहे लोगों की मंशा सफल नहीं हो पा रही क्योंकि हर प्रमुख चौराहे पर पुलिस खड़ी है। हाईवे तक पहुंच कर भी वापसी हो जा रही। बताते चलें कि हाईवे पर चौपुला तिराहा, सफदरगंज, रामसनेहीघाट से वाहनों का डायवर्जन किया जा रहा है। इसी डायवर्जन के चलते अब वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जा रही। एक सप्ताह पहले कोतवाली रामसनेहीघाट चौराहा पर अयोध्या की और जाने वाले वाहनों को रोक कर पूर्वांचल की ओर भेजा जा रहा था। इसी दौरान बस्ती भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लखनऊ से अपने घर भागवत कथा कार्यक्रम में जा रहे थे। भिटरिया चौराहा पर पुलिस और सत्येंद्र शुक्ला उर्फ जिप्पी से कार में डंडे मारने को लेकर काफी बहस भी हो गई थी। इसकी शिकायत एसपी से दूरभाष पर व सीएम से एक्स के माध्यम से की गई है।
यह भी पढ़ें- Barabanki News : फर्जी मार्केटिंग कंपनी के जरिए युवाओं को दिखा रहे थे सुनहरे सपने..यूं हुए गिरफ्तार तब खुली पोल