Digital Arrest : दुर्ग की महिला को ठगने वाले चार जालसाज लखनऊ से गिरफ्तार – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार: छत्तीसगढ़ के दुर्ग (भिलाई) में महिला को डिजिटल अरेस्ट कर 54.90 लाख रुपये ठगने वाले गिरोह का खुलासा नेवई पुलिस ने किया है। इस गिरोह के चार सदस्यों को लखनऊ में दबिश देकर शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया। साइबर ठगों के बारे में रविवार देर शाम को प्रेसवार्ता कर सीएसपी भिलाईनगर सत्य प्रकाश तिवारी ने जानकारी दी। नेवई थाने की पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है। गिरोह के सरगना व मास्टर माइंड की तलाश में दबिश दे रही है।
सीएसपी भिलाई नगर सत्य प्रकाश तिवारी के मुताबिक नेवई थाना क्षेत्र की रहने वाली नम्रता चंद्राकर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें आरोप लगाया कि उनके पिता को वीडियो कॉल कर कुछ युवकों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे आरोप लगाते हुए धमकाया। आरोपियों ने उनके पिता से कहा कि 2 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार हो सकते हैं। इसके बाद उन्होंने कई बैंक खातों में 54.90 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिये। यह रकम 29 अप्रैल से 29 मई के बीच ट्रांसफर किए गये थे। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद नेवई थाना प्रभारी आनंद शुक्ला की टीम ने जांच शुरू की।
जांच में सामने आया कि ठगी करने वाला गिरोह लखनऊ से जुड़ा है। तत्काल टीम गठित की गई। इसके बाद शुक्रवार देर रात को लखनऊ में दबिश दी गई। मौके से दीपक गुप्ता, राजेश विश्वकर्मा उर्फ राजू पेंटर, कृष्ण उर्फ कृष और शुभम श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सामने आया कि कृष्ण का परिचय सोहित के जरिये शुभम श्रीवास्तव से हुआ। दीपक और कृष्ण दोस्त हैं। जिसने बताया कि सभी हजरतगंज इलाके में रहते हैं। उन्होंने ठगी के लिए पीएन रोड स्थित यूनियन बैंक के खाते का प्रयोग किया। इस खाते में 29 मई को 9 लाख रुपये जमा किया गया। राजेश ने सेल्फ चेक के जरिये रुपये निकाला और सभी में बांट दिया। बचा हुआ 8.64 लाख रुपये अपने पास रख लिया। बचे हुए रकम से अपना कमीशन निकालकर अन्य साथी लाईक, राज, फबैलो और उज्ज्वल को रुपये दे दिया। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल व आधार कार्ड जब्त कर लिया है।
यह भी पढ़ें:- कानपुर में कांग्रेस का संविधान बचाओ सम्मेलन : निजी अस्पतालों के दलाल सरकारी हॉस्पिटल चला रहे