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ऑस्ट्रेलिया में आज से नए नियम लागू होने से ‘वेप्स’ का मिलना होगा मुश्किल – Utkal Mail

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया की सरकार इस वर्ष ‘वेप्स’ की उपलब्धता को प्रतिबंधित करने के लिए आज से कई उपायों की शुरुआत कर रही है। इन नये उपायों की शुरुआत होने के बाद मौजूदा कानूनों की खामियों को दूर किया जा सकता है और इनके जरिये अत्यधिक नशीले, ‘फ्लेवर्ड’, सस्ते और नुकसानदायक ‘वेपिंग’ उत्पादों की बच्चों को बिक्री पर रोक लगाई जा सकती है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट या ई-सिगरेट को ‘वेप्स’ कहा जाता है। कई ‘वेप्स’ में निकोटीन होता है जिसके इस्तेमाल से लोग नशे के आदी बन सकते हैं। 

‘वेपिंग’ उत्पाद हालांकि धूम्रपान छोड़ने के लिए इनका इस्तेमाल करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए चिकित्सक के पर्चे (प्रिस्क्रिप्शन) के माध्यम से उपलब्ध होंगे। नए नियम क्या हैं? और उनकी आवश्यकता क्यों है? वर्ष 2024 के नियम में बदलाव से पहले, ऑस्ट्रेलिया में आयातित और बेचे जाने वाले ‘वेपिंग’ उत्पादों का निकोटीन-मुक्त होना आवश्यक था और इन्हें किसी योग्य स्वास्थ्य पेशेवर के नुस्खे के जरिये ही प्राप्त किया जा सकता था। लोगों को व्यक्तिगत आयात योजना के माध्यम से विदेशों से निकोटीन-वेप्स आयात करने की भी अनुमति दी गई थी, बशर्ते उनके पास वैध नुस्खा हो। 

‘वेपिंग’ उद्योग – जिनमें निर्माता, आयातक और खुदरा विक्रेता शामिल हैं – ने इन खामियों का फायदा उठाया, खुलेआम युवाओं को निकोटीन युक्त उत्पाद बेचे और यह झूठा दावा किया कि ये उत्पाद ‘‘निकोटीन-मुक्त’’ थे। लेकिन निकोटीन और निकोटीन-मुक्त ‘वेप्स’ के बीच अंतर करने का एकमात्र तरीका प्रयोगशाला में इसका परीक्षण करना है। आयातित उत्पादों की उच्च संख्या को देखते हुए हालांकि यह एक समय लेने वाला और महंगा उपाय है। नये कानून भ्रम दूर करने, नियमों को अधिक स्पष्ट बनाने और इन्हें लागू करने में मदद करते हैं।

नियामक परिवर्तन तीन चरणों में लागू किए जाएंगे:- 
1. आयात प्रतिबंध
आज से लागू किए जा रहे पहले चरण में सभी एकल-इस्तेमाल वाले ‘वेप्स’ के आयात पर प्रतिबंध शामिल है। ये वे उत्पाद हैं जो युवा लोगों के बीच सबसे लोकप्रिय हैं और फल, कन्फेक्शनरी, कॉकटेल और तंबाकू सहित विभिन्न प्रकार के ‘फ्लेवर’ में आते हैं। एक बार इस्तेमाल किये जाने वाले ‘वेप्स’ को फिर से नहीं भरा जा सकता है। ये कई आकारों में आते हैं। ऑस्ट्रेलिया में ‘डिस्पोजेबल वेप्स’ का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है और किशोरों और युवा वयस्कों के बीच ‘वेप्स’ के इस्तेमाल में जबरदस्त वृद्धि हुई है। फिर से भरे जाने वाले उत्पादों सहित अन्य सभी प्रकार के ‘वेप्स’ के आयात पर एक मार्च 2024 से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा, जब तक कि आयातकों के पास वैध रूप से ‘वेप्स’ आयात करने के लिए लाइसेंस और परमिट न हो। 

2. घरेलू निर्माण और बिक्री पर प्रतिबंध
सुधारों के अगले चरण में सभी प्रकार के ‘वेपिंग’ उत्पादों की खुदरा बिक्री को समाप्त किया जायेगा, भले ही उनमें निकोटिन सामग्री की मात्रा कुछ भी हो। इस चरण के 2024 के अंत में लागू होने की उम्मीद है। इस दूसरे चरण में ‘वेप्स’ के निर्माण, आपूर्ति, विज्ञापन और वाणिज्यिक अधिकार पर प्रतिबंध शामिल होगा जो डॉक्टर के पर्चे की सीमा से बाहर हैं। 

3. प्रिस्क्रिप्शन तक पहुंच
चिकित्सीय जरूरतों के लिए ‘वेप्स’ के नियमों को बदला जा रहा है ताकि गुणवत्ता मानक को पूरा करने वाले उत्पादों तक पहुंच की अनुमति मिल सके। ऑस्ट्रेलिया में चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए ‘वेप्स’ की अनुमति जारी रहेगी और चिकित्सा पेशेवर अपने पर्चे पर इनके इस्तेमाल के बारे में लिख सकते हैं।

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