'डॉन' के डायरेक्टर चंद्र बरोट का निधन, 86 वर्ष की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा – Utkal Mail

मंबईः अमिताभ बच्चन की प्रतिष्ठित फिल्म ‘डॉन’ के निर्देशक चंद्र बरोट का 20 जुलाई 2025 को मुंबई में निधन हो गया। 86 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी पत्नी दीपा बरोट ने इस दुखद समाचार की पुष्टि की। चंद्र बरोट लंबे समय से फेफड़ों की बीमारी, पल्मोनरी फाइब्रोसिस, से पीड़ित थे और उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें मुंबई के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां डॉ. मनीष शेट्टी उनकी देखभाल कर रहे थे। इससे पहले, उन्हें जसलोक अस्पताल में भी उपचार के लिए रखा गया था।
फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे चंद्र बरोट
चंद्र बरोट पिछले सात वर्षों से पल्मोनरी फाइब्रोसिस से जूझ रहे थे। उनकी पत्नी दीपा बरोट ने एक समाचार पत्र को बताया, “वह लंबे समय से इस बीमारी से लड़ रहे थे, और अंततः उनकी स्थिति गंभीर हो गई।” 86 वर्ष की आयु में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
बॉलीवुड ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
चंद्र बरोट के निधन की खबर ने बॉलीवुड को शोक में डुबो दिया। अभिनेता-फिल्म निर्माता फरहान अख्तर ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, “यह जानकर गहरा दुख हुआ कि ‘डॉन’ के निर्देशक चंद्र बरोट अब हमारे बीच नहीं हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।” फरहान के अलावा, उनके प्रशंसकों ने भी सोशल मीडिया पर उन्हें याद किया और उनकी सिनेमाई विरासत को सम्मान दिया।
चंद्र बरोट का सिनेमाई सफर
तंजानिया से भारत आए चंद्र बरोट ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड में सहायक निर्देशक के रूप में की। उन्होंने दिग्गज अभिनेता-निर्माता मनोज कुमार के साथ ‘पूरब और पश्चिम’, ‘शोर’, और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ जैसी फिल्मों में काम किया। उनकी प्रतिभा 1978 में तब चमकी, जब उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ ‘डॉन’ का निर्देशन किया। यह फिल्म न केवल एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई, बल्कि अमिताभ बच्चन को एक नई पहचान भी दिलाई। इसके बाद उन्होंने बंगाली फिल्म ‘आश्रिता’ (1989) और हिंदी फिल्म ‘प्यार भरा दिल’ (1991) का निर्देशन भी किया, लेकिन इन फिल्मों को ‘डॉन’ जैसी सफलता नहीं मिली। इस कारण उन्हें ‘वन-हिट वंडर’ के रूप में भी जाना गया।
चंद्र बरोट की ‘डॉन’ आज भी भारतीय सिनेमा की एक मील का पत्थर मानी जाती है, और उनकी यह कृति हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेगी।
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