सावन 2025 : रुद्राभिषेक से पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं, ऐसे मिलता है जीवन में लाभ – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार : सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष महत्व रखता है। इस महीने में रुद्राभिषेक करने से सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। रुद्राभिषेक से भगवान शिव काफी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। लखनऊ के रहने वाले पंडित विघ्नेश दुबे शास्त्री ने रुद्राभिषेक महत्त्व के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की है।
क्या है रुद्राभिषेक : पंडित विघ्नेश दुबे शास्त्री का कहना है कि रुद्राभिषेक रुद्र और अभिषेक से मिलकर बना है। भगवान शिव को ही रुद्र भी कहा जाता है। रुद्राभिषेक करने से ग्रह दोष, रोग, कष्ट, पाप मिटते हैं और भगवान शिव अपने भक्त पर कृपा बरसाते हैं। बताया कि शिवरात्रि, प्रदोष और सावन के सोमवार को रुद्राभिषेक करना सबसे अच्छा माना जाता है। भगवान भोलेनाथ की उपस्थिति देखे बिना कभी भी रुद्राभिषेक नहीं करना चाहिए।
रुद्राभिषेक के प्रकार और उनके लाभ
- घी की धारा से अभिषेक : वंश का विस्तार होता है।
- भांग से रुद्राभिषेक : उत्तम सेहत के लिए।
- गंगाजल से रुद्राभिषेक : ग्रह दोष दूर करने के लिए।
- गन्ने के रस से रुद्राभिषेक : धन संपत्ति की प्राप्ति के लिए।्र
- दूध से रुद्राभिषेक : घर में सुख एवं शांति के लिए।
- शहद से रुद्राभिषेक : शिक्षा में सफलता के लिए।
- दही से रुद्राभिषेक : कलह कलेश दूर करने के लिए।
- भस्म से रुद्राभिषेक : दुश्मनों को परास्त करने के लिए।
सावन में रुद्राभिषेक का महत्व : पंडित विघ्नेश दुबे शास्त्री ने बताया कि सावन में रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में चमत्कारिक बदलाव महसूस किए जा सकते हैं। सावन के सोमवार को रुद्राभिषेक करना विशेष रूप से लाभदायक होता है।
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