सावन के तीसरे सोमवार को बड़ी संख्या में पूजन-दर्शन को उमड़े श्रद्धालु, संत शिष्यों के साथ आश्रम में कर रहे पूजन, सत्संग – Utkal Mail

प्रयागराज , अमृत विचार। सावन मास में पड़ने वाले तीसरे सोमवार के मौके पर प्रयागराज के शिवालयों में श्रद्धालुओं का सैलाब आज उमड़ पड़ा है। सुबह से ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिवालयों में भगवान भोले शंकर का जलाभिषेक कर रहे हैं। श्रद्धालु लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते भी नजर आ रहे हैं। श्रावण का पवित्र महीना भगवान भोले शंकर का माना जाता है। इसलिए इस मास में भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना और रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। इस बार श्रावण मास में चार सोमवार पड़ रहे हैं।
श्रावण मास को लेकर यमुना तट पर स्थित प्राचीन और पौराणिक मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। भगवान भोले के भक्त उन्हें जो वस्तुएं प्रिय हैं गंगाजल, बेलपत्र, दूध और शहद आदि से उनका अभिषेक कर रहे हैं। मनकामेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालु वर्षों से आ रहे हैं। लोगों की ऐसी आस्था और विश्वास है कि यहां आने और पूजा अर्चना करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ब्रह्म मुहूर्त में सबसे पहले मंदिर के मुख्य पुजारी और व्यवस्थापक महंत श्री धरानंद ब्रह्मचारी ने भगवान भोले शंकर का श्रृंगार और अभिषेक किया। इसके बाद महा आरती की गई। महा आरती के बाद मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
सावन मास के तीसरे सोमवार के मौके पर संगम नगरी प्रयागराज के शिवालयों में खास तैयारी की गई है। विश्व प्रसिद्ध प्राचीन और पौराणिक मनकामेश्वर महादेव मंदिर में प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरे और बैरीकेटिंग लगाई गयी है। सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ आर एफ एफ और एंटी सोबेटाज चेकिंग लगाई गई है। वहीं पूरे मंदिर परिसर की सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।
मनकामेश्वर मंदिर में भगवान राम ने भी काम को भस्म कर पूजा अर्चना की थी। इसलिए इसे कामेश्वर तीर्थ के रूप में भी जाना जाता है। मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि पूरे सावन भर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहती है। खासतौर पर श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार, प्रदोष और नाग पंचमी को शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। उन्होंने बताया कि इस दिन श्रद्धालुओं को केवल जलाभिषेक की अनुमति होती है। लेकिन रुद्राभिषेक अन्य दिनों में कराया जा सकता है। जो शिव भक्त प्रयागराज से दूर हैं या फिर विदेशों में रह रहे हैं। वह भी रुद्राभिषेक का संकल्प लेकर वर्चुअली रुद्राभिषेक कर सकते हैं।
अखिल भारतीय दण्डी संन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महराज, अखिल भारतीय दण्डी संन्यासी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री पीठाधीश्वर स्वामी रामाश्रम शास्त्री महराज, श्रृंगवेरपुर धाम के पीठाधीश्वर नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज, राष्ट्रीय युवा संत महामंडलेश्वर स्वामी सरयूदास महराज बड़ी संख्या में शिष्यों के साथ आश्रम में पूजन, अर्चन कर विश्व शांति, विश्व कल्याण और लोगों के उन्नति की कामना कर रहे हैं।
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