आगरा धर्मांतरण गिरोह: क्रिप्टोकरेंसी और डॉलर ट्रांजैक्शन से फंडिंग, पाक के इंफ्लुएंसर करते थे ऑन लाइन प्रेरित – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार: आगरा धर्मांतरण गिरोह की जांच कर रही पुलिस के सामने विदेशी फंडिंग के कई तरीके सामने आये। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के मुताबिक जांच में सामने आया कि कश्मीर और पाकिस्तान से गिरोह के तार जुड़े हैं। पाकिस्तान के इंफ्लुएंसर ऑन लाइन प्लेटफार्म से धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते थे। गिरोह डार्क वेब, क्रिप्टो करेंसी, डॉलर ट्रांजेक्शन ऐ फंडिंग करता था। पकड़ा गया एक आरोपी क्राउड फांडिंग से फिलिस्तीन को धन भेजने की बात भी सामने आई है। जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के मुताबिक उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व हरियाणा की कई युवतियों व किशोरियों को बरगलाकर धर्मांतरण कराया गया। इनका आपरेशन अस्मिता के तहत रेस्क्यू किया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि इस गिरोह को पाकिस्तान और कश्मीर से ज्यादा सहयोग मिल रहा था। इसमें पाकिस्तान के इंफ्लुएंसर तनवीर अहमद और शाहिद अदीब ऑन लाइन प्लेटफार्म पर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करते थे। गिरोह डार्क वेब, क्रिप्टो करेंसी, डॉलर ट्रांजैक्शन से फंडिंग करता था। इस गिरोह का सदस्य रहमान कुरैशी बड़ा प्लेयर है। उसका पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन सामने आ रहा है। आईबी की टीम रहमान से पूछताछ कर रही है। वह किस मकसद के तहत काम कर रहा था। 2 वर्ष पूर्व वह कॉल सेंटर में नौकरी करता था, लेकिन सैलरी नहीं मिलने के कारण उसने जूते का स्टीकर बनाने का काम शुरू कर दिया। वह अपने साथ एक लैपटॉप रखता था। द सन्नाह नाम से वह अपना यू-ट्यूब चैनल भी चलाता था। जिसके जरिए वह अवैध धर्मांतरण का प्रचार-प्रसार करता था। पुलिस कमिश्नर दीपक के मुताबिक रहमान कुरैशी 12वीं फेल है। उसे कंप्यूटर की 10 से अधिक भाषाओं की जानकारी है। एक सॉफ्टवेयर भी जनरेट कर सकता है। इसके अलावा फर्राटेदार अंग्रेजी भी बोलता है। अपना एक पॉडकास्ट भी चलाता है।
दावाह के माध्यम से धर्मांतरण का खेल
पुलिस कमीश्नर दीपक कुमार के मुताबिक बरेली की युवती को कश्मीर की युवतियों ने दावाह में बुलाया था। वहां बताया गया कि 2050 तक पूरे देश में इस्लाम फैला देंगे। उन्होंने बताया कि दावाह इस्लाम की एक प्रथा है, जिसमें इस्लाम को मानने वाले अन्य धर्मावलंबियों को बौद्धिक विमर्श के लिए आमंत्रित किया जाता है। बौद्धिक विमर्श के बाद अपने धर्म में इनको शामिल करते हैं। बाद में लोगों को इस्लाम की अच्छाइयां एवं अन्य धर्म के प्रति नकारात्मक बातों को दिमाग में भरा जाता है। जो लोग इस कार्य में शामिल हैं, वो लोग थाना, न्यायालय, अस्पताल एवं बगीचे आदि जैसी जगहों पर जमात के बीच जाते हैं, चूंकि इन जगहों पर दुखी लोग ज्यादा रहते हैं। उन लोगों को दावाह के माध्यम से अपने धर्म में परिवर्तन करने का प्रयास करते हैं। जो लोग धर्म परिवर्तन करते हैं, उन लोगों को रिवर्ट (रिवर्टी) का नाम देते हैं। कई माइक्रोब्लॉगिंग साइट्स पर रिवर्ट के नाम से कई ग्रुप देखने को मिल रहे हैं।
यह भी पढ़ेः अखिलेश यादव का केंद्र और योगी सरकार पर तीखा प्रहार, बोले- मौका मिले तो…