ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा शुरू, रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा- ये केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि… – Utkal Mail

नई दिल्ली। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा आरंभ हो गई है। सरकार की तरफ से चर्चा की शुरुआत करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का निर्णायक प्रकटीकरण था।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले हर पहलू पर बहुत गहराई के साथ अध्ययन किया गया, यह विकल्प चुना गया कि आतंकवादियों और उनके ठिकानों को नुकसान पहुंचे और पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई क्षति नहीं हो। रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बल अपने सभी उद्देश्यों को पूरा करने में सफल रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा,”6 और 7 मई 2025 को भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम से एक ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। यह केवल सैन्य कार्रवाई नहीं थी बल्कि यह भारत की संप्रभुता, उसकी अस्मिता, देश के नागरिकों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति का एक प्रभावी और निर्णायक प्रदर्शन था।”
राजनाथ सिंह ने कहा, “22 अप्रेल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक अमानवीय और कायराना आतंकी हमला हुआ। इस हमले में हमारे 25 निर्दोष नागरिकों सहित एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। उन निर्दोष लोगों की जान उनका धर्म पूछकर लिया गया। यह अपने आप में अमानवीयता का सबसे घृणित उदाहरण था। ये घटना भारत की सहन शक्ति की सीमा थी। इस हमले के तुरंत बाद हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और उन्हें छूठ दी गई कि वे अपने विवेक, रणनीतिक समझ और क्षेत्रीय स्थिति को देखते हुए निर्णायक कार्रवाई करें।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले, हमारी सेनाओं ने हर पहलू का गहराई से अध्ययन किया। हमारे पास कई विकल्प थे लेकिन हमने वह विकल्प चुना जिससे आतंकवादियों को अधिकतम नुकसान हो और जिसमें पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो। हमारी सेनाओं द्वारा किए गए समन्वित हमलों ने 9 आतंकवादी बुनियादी ढांचे के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया। एक अनुमान के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, उनके आका मारे गए, जिनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे।”
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “…हमारी सेनाओं द्वारा किए गए समन्वित हमलों ने 9 आतंकवादी बुनियादी ढांचे के ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया। एक अनुमान के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई में 100 से अधिक आतंकवादी, उनके प्रशिक्षक, उनके आका मारे गए, जिनमें से अधिकांश जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे।”
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