अरबों का फर्जीवाड़ा : अंसल निदेशकों की बढ़ी मुश्किलें, नयी छह FIR दर्ज – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार : रियल एस्टेट सेक्टर में वर्षों से चल रही अनियमितताओं और धोखाधड़ी के मामलों की फ़िहरिस्त लगातार लंबी होती जा रही है। अंसल एपीआई के निदेशकों और प्रबंधन के खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में फर्जीवाड़े के छह नए मामले दर्ज हुए हैं। पीड़ितों का आरोप है कि उन्हें विला, प्लॉट और दुकानों के नाम पर कुल 53.26 लाख का चूना लगाया गया। पुलिस के अनुसार, इटावा, फर्रुखाबाद, सुल्तानपुर, गाजियाबाद और लखनऊ के नागरिकों ने शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें बुकिंग के बाद न तो संपत्ति सौंपी गई और न ही राशि वापस की गई।
पीड़ितों की व्यथा
- अजय कुमार यादव (इटावा): 2014 में पाइन वुड विला बुक कर ₹17 लाख दिए, अब तक निर्माण शुरू नहीं।
- रमेश सिंघल (फर्रुखाबाद): 344 वर्गगज के प्लॉट पर ₹16.78 लाख का भुगतान, लेकिन कोई कब्जा नहीं।
- कंचन त्रिपाठी (सुल्तानपुर): 2010 में प्लॉट बुकिंग के नाम पर ₹6.95 लाख की ठगी।
- शरद जायसवाल (गाजियाबाद): 2009 में ₹5.85 लाख देकर प्लॉट बुक कराया, 16 साल बाद भी प्लॉट नहीं मिला।
- सुभाष चंद्र मौर्य (लखनऊ): दो दुकानों के लिए ₹6.67 लाख दिए, लेकिन अब तक न कब्जा, न पैसा।
आरोपियों के नाम : सुशील अंसल, प्रणव अंसल, सुनील कुमार गुप्ता, फ्रांसिट पैट्रिका और विनय कुमार सिंह के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने बताया कि सभी मामलों की विवेचना शुरू कर दी गई है। दस्तावेजों और लेन-देन की जांच की जा रही है। जरूरत पड़ने पर गिरफ्तारी भी की जाएगी।
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