Monsoon Session: SIR मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित, मंत्री रिजिजू ने कहा- मन बहुत दुखी है – Utkal Mail

नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को बिहार में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। एक बार स्थगन के बाद दो बजे सभापति जगदंबिका पाल ने सदन की कार्यवाही जैसे शुरु की विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बींचोबीच आ गये। सदस्यों ने एसआईआर वापस लेने को लेकर नारे लगाते रहे।
सभापति ने शोरशराबे के बीच ही जरूरी कागजात सभा पटल पर रखवाये और सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों से संबंधित सदन में महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा की जानी है लेकिन हंगामा करना उचित नहीं है। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि आज मन बहुत दुखी है। उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति (बीओसी) में सभी दलों ने मिलकर राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक, 2025 पर चर्चा के लिए सहमति बनाई थी उसके बाद भी यहां हंगामा कर रहे हैं। यह युवाओं के खिलाफ है।
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने भी सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा कि सदन में महत्वूर्ण विधेयक पर चर्चा होनी है इसलिए सभी को सहयोग इसे पारित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगामी ओलंपिक के लिए यह महत्वपूर्ण विधेयक है। सभापति पाल ने कहा कि देश की जनता के लिए आप लोग यहां चुनकर आये हैं लेकिन इस सत्र में अब तक एक भी विधेयक पारित नहीं किया गया है। देश की जनता देख रही है सदन को किसा प्रकार बाधित किया जा रहा है। सभापति ने कहा कि आर सुधा ने अध्यक्ष ओम बिरला को उनके साथ हुई घटना के बारे में अवगत कराया है।
अध्यक्ष में संज्ञान में लेकर दिल्ली पुलिस को त्वरित कार्रवाई करने के लिए कहा है। इससे पहले अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य शोरगुल करते हुए सदन के बीचों-बीच आ गये। कुछ सदस्य तख्तियां भी लिए हुए थे, जिन पर एसआईआर के विरोध में नारे लिखे थे। शोरशराबे के बीच ही बिरला ने प्रश्न पूछने के लिए एक सदस्य का नाम पुकारा और केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री ने उसका जवाब भी दिया।
मांडविया ने बताया कि मोदी सरकार रोजगार के क्षेत्र में बहुत काम कर रही है। कृषि एवं सेवा क्षेत्र में रोजगार के अवसर बहुत बढ़े हैं। इस समय बेरोजगारी की दर 3.2 प्रतिशत है, जो कई विकसित देशों के बराबर है। यह दर कुछ विकसित देशों से कम भी है। इस दौरान सदस्य हंगामा करते रहे। बिरला ने शोरशराबा कर रहे सदस्यों से अपने-अपने स्थानों पर जाने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि जनता ने सदस्यों को यहां जनहित से जुड़े मुद्दे उठाने और सरकार से सवाल पूछने के लिए चुनकर भेजा है। जनता की सदस्यों से बहुत अपेक्षायें हैं। इस तरह से नियोजित तरीके से हंगामा करके सदन की कार्यवाही बाधित करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। वे सदन की गरिमा और मर्यादा बनाये रखें।
बिरला ने कहा कि सदस्य प्रश्नकाल के बाद उनसे मिलें, नियम-प्रक्रिया के तहत प्रत्येक विषय पर बहस और चर्चा कराने का वह अवसर देंगे। सदस्य शून्य काल में कोई मुद्दा उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक पर चर्चा करायी जानी है। उन्होंने कहा कि तख्तियां लेकर सदन में आना और सरकारी धन को नुकसान पहुंचाना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल को नियोजित तरीके से बाधित किया जा रहा है, जो सदन की गरिमा और मर्यादा के अनुरूप नही है। अध्यक्ष ने कहा कि गरिमा बनाये रखना इस सदन की परम्परा रही है, सदन में बहुत गंभीर विषयों पर चर्चा होती रही है। विपक्षी दलों के सदस्य अपने -अपने स्थानों पर जायें और कार्यवाही चलने दें।
बिरला ने कहा कि वह फिर सदस्यों से आग्रह करते हैं कि वे अपने-अपने स्थानों पर जायें और सदन की कार्यवाही चलने दें। विपक्षी दलों सदस्यों पर श्री बिरला की अपील का कोई असर नहीं पड़ा और वे हंगामा करते रहे। इस पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।