धर्म

नव वर्ष पर महाकालेश्वर मंदिर की शीघ्र दर्शन की व्यवस्था को किया गया बंद – Utkal Mail

उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित भगवान महाकालेश्वर मंदिर की ‘शीघ्र दर्शन व्यवस्था’ को नव वर्ष के मौके पर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। मंदिर प्रबंधन के सूत्रों ने बताया कि नव वर्ष के मौके पर देश के विभिन्न प्रांतों से महाकालेश्वर मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर में शीघ्र दर्शन व्यवस्था को बंद किया गया है।

इस व्यवस्था के तहत दर्शनार्थी 250 रुपए की टिकिट लेकर भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करते थे। इस संबंध में जारी निर्देशों के अनुसार ऐसे दर्शनार्थी जिन्हें सिर्फ महाकाल लोक में जाना है, वे चारधाम मन्दिर से पृथक लाइन में प्रवेश कर पिनाकी द्वार से महाकाल लोक में प्रवेश करेंगे। इसके बाद वे इसी द्वार से बाहर निकलेगें। इसीतरह श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर फेसिलिटी सेन्टर-1 से मन्दिर परिसर निर्गम रेम्प, गणेश मण्डपम एवं नवीन टनल दोनों ओर से श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था की जायेगी।

श्रद्धालु दर्शन करने उपरान्त गेट नम्बर-10 अथवा निर्माल्य द्वार के रास्ते बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे। श्रद्धालुओं के लिये भस्म आरती के दौरान ‘चलित भस्म आरती’ दर्शन की व्यवस्था प्रात: से की जायेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये मन्दिर परिक्षेत्र के चारों ओर अस्थायी रूप से चयनित स्थानों पर पूछताछ एवं सहायता केन्द्र स्थापित किये जायेंगे।

इसी तरह सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए मन्दिर परिक्षेत्र एवं सम्पूर्ण दर्शन मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जायेगी। जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने अपने निर्देश में कहा है कि दर्शनार्थियों को भगवान महाकालेश्वर के दर्शन आसानी से हो, इसकी समुचित व्यवस्था की जाए। बुजुर्ग एवं दिव्यांगों को अवन्तिका द्वार के एक नम्बर गेट से प्रवेश देकर उन्हें सुलभ दर्शन कराया जाए।

उन्होंने कहा कि महाकाल लोक पर प्रसाद काउंटर लगाने के साथ ही दर्शनार्थियों के निर्गम होने के स्थल पर भी प्रसाद कांउटर लगाए जाए, ताकि श्रद्धालु आसानी से प्रसाद ले सकें। साथ ही वाहनों के पार्किंग स्थलों पर पार्किंग कंट्रोल रूम बनाया जाए। इसके अलावा वीआईपी/वीवीआईपी/मीडिया की इंट्री बेगमबाग के वीआईपी गेट से रहेगी और समीप ही बने पार्किंग पर वे अपने वाहन पार्क कर सकेंगे।

उन्होंने निर्देश दिये कि श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने के कारण कतारबद्ध दर्शन कराये जाने के लिये मजबूत बेरिकेटिंग की जाये। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस बल भी उपलब्ध कराया जाये। कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को तैनात किया जाए। विद्युत विभाग द्वारा सम्पूर्ण मन्दिर परिसर में आवश्यकता अनुसार विद्युत सज्जा करने और निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति करने के निर्देश भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिये हैं।

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