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खराब फॉर्म से जूझ रहे, केएल राहुल को सेलेक्टर्स ने उप-कप्तानी से हटाया

नईदिल्ली

दिल्ली टेस्ट खत्म होने के कुछ वक्त बाद ही टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में बाकी बचे दो टेस्ट के लिए स्क्वॉड का ऐलान किया. टीम में कुछ बदलाव नहीं था, सिर्फ जयदेव उनादकट रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेलने के बाद टीम के साथ वापस जुड़े थे. लेकिन कुछ देर के बाद हर किसी का ध्यान केएल राहुल के नाम पर गया, क्योंकि अबकी बार उनके नाम के आगे उप-कप्तान नहीं लगा था.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती दो मैच में वह उप-कप्तान थे, लेकिन यहां ऐसा नहीं था. खराब फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल को टीम से बाहर करने की मांग हो रही है, लेकिन मैनेजमेंट उनके साथ है. हालांकि, सेलेक्टर्स ने केएल राहुल को उप-कप्तानी से हटाकर यह संदेश भी दे दिया है कि अगर फॉर्म नहीं लौटी तो आगे चिंताएं ज्यादा बढ़ सकती हैं.

पहले फॉर्म गई और अब उप-कप्तानी…
केएल राहुल इससे पहले वनडे और टी-20 टीम में भी उप-कप्तान थे, लेकिन खराब फॉर्म के कारण वहां भी उनसे पद छीना गया था. अब टेस्ट क्रिकेट में भी ऐसा हुआ है, वरना एक वक्त पर रोहित शर्मा के बाद टीम इंडिया की कमान संभालने वाले दावेदारों की लिस्ट में केएल राहुल का भी नाम था. उन्होंने कुछ वनडे, टी-20 और टेस्ट मैच में टीम इंडिया की कप्तानी भी की. लेकिन खुद की फॉर्म को वह बरकरार नहीं रख पाए, ऐसे में लीडरशिप का भरोसा भी टूटता गया.

वनडे और टी-20 में अब उप-कप्तानी, कप्तानी हार्दिक पंड्या को सौंप दी गई, जो लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. अभी टेस्ट में किसी को उप-कप्तान नहीं बनाया गया है और इसका फैसला कप्तान रोहित शर्मा पर छोड़ा गया है. अगर मौजूदा फॉर्म को देखें तो रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा ऐसे प्लेयर लगते हैं जिन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. दोनों ही टीम के सीनियर खिलाड़ी हैं और खिलाड़ियों का भरोसा जीतते हैं.

कब से फ्लॉप हो रहे हैं केएल राहुल
केएल राहुल करीब 2 साल से रनों के सूखे से जूझ रहे हैं, ऐसा नहीं है कि इस बीच उन्होंने बिल्कुल भी स्कोर नहीं किया है. टी-20 और वनडे मैचों में उनके बल्ले से अर्धशतक निकले हैं, लेकिन यहां उनका धीमा स्ट्राइक रेट निशाने पर रहा है और कई बार इसका खामियाजा भी टीम इंडिया को भुगतना पड़ा है.

अगर सेंचुरी की बात करें तो केएल राहुल के बल्ले से आखिरी सेंचुरी 26 दिसंबर, 2021 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ आई थी. तब उन्होंने टेस्ट मैच में 123 रनों की पारी खेली थी, यानी पिछले डेढ़ साल से वह सेंचुरी के इंतज़ार में हैं. इसके बाद वह टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ एक ही अर्धशतकीय पारी खेल पाए हैं और पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं.

•    टेस्ट में पिछली 10 पारियां: 1, 17, 20, 2, 10, 23, 22, 10, 12, 12,

टेस्ट क्रिकेट में केएल राहुल ओपनिंग कर रहे हैं, बतौर ओपनर उनसे बड़ी पारी और अच्छी शुरुआत की उम्मीद रहती है लेकिन घर हो या बाहर, इसमें वह अभी फेल नज़र आ रहे हैं. टेस्ट की तरह ही टी-20 और वनडे में भी केएल राहुल के पास ओपनिंग का जिम्मा था, लेकिन खराब फॉर्म की वजह से उनसे यह जिम्मा वापस ले लिया गया. अभी केएल राहुल वनडे और टी-20 में मिडिल ऑर्डर का जिम्मा संभाल रहे हैं, क्योंकि वहां ऋषभ पंत फिट नहीं हैं.

•    वनडे में पिछली 10 पारियां: 7, 64*, 39, 8, 14, 73, 30, 1, DNB, 49
•    टी-20 में पिछली 10 पारियां: 5, 51, 50, 9, 9, 4, 57, 51*, 1, 10

खराब फॉर्म के बावजूद टीम मैनेजमेंट अभी केएल राहुल के साथ खड़ा हुआ नज़र आता है. कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़ ने केएल राहुल का सपोर्ट किया है और इसे सिर्फ एक बुरा फेज़ बताया है. हालांकि, अगर डेढ़ साल से बुरी फॉर्म या बड़ी पारी का इंतज़ार किया जा रहा है तो सवाल उठने लाज़िमी हैं. क्योंकि केएल राहुल की तरह हर खिलाड़ी इस तरह का सपोर्ट हासिल नहीं कर पाता है.

केएल राहुल नहीं तो कौन?

ऐसा नहीं है कि टीम इंडिया के पास टेस्ट ओपनिंग में अन्य कोई ऑप्शन नज़र नहीं आते हैं. मौजूदा स्क्वॉड में भी शुभमन गिल हैं, जो अपनी बारी के इंतजार में हैं और जितना मौका मिला है उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया है. दूसरी ओर मयंक अग्रवाल भी घरेलू क्रिकेट में वापस फॉर्म में लौटे हैं और बड़े स्कोर कर रहे हैं. ऐसे में टीम इंडिया अगर केएल राहुल से इतर सोचती है और बाकी प्लेयर्स को इतना मौका दिया जाता है, तब कुछ अच्छे रिज़ल्ट भी मिल सकते हैं.

 

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