धर्म

Maa sarsvati : मां सरस्वती को शिक्षा की देवी माना जाता है जुबान पर कब बैठती हैं मां सरस्वती जानिए पुराणिक मानता – Utkal Mail


Maa sarsvati : मां सरस्वती को शिक्षा की देवी माना जाता है जुबान पर कब बैठती हैं मां सरस्वती जानिए पुराणिक मानता सरस्वती को साहित्य, विचारणा, भावना एवं संवेदना, वीणा संगीत की, पुस्तक विचारणा की और [[हंस] वाहन कला की अभिव्यक्ति है। लोक चर्चा में सरस्वती को शिक्षा की देवी माना गया है। मां सरस्वती को ज्ञान और विद्या की देवी के रूप में पूजा जाता है। मां सरस्वती की कृपा होने पर व्यक्ति बहुत बड़ा ज्ञानी और विद्वान बनता है।

ये भी पढ़े : Vastu Tips: घर में यह चीजें भूलकर भी ना रखें, नहीं तो जिंदगी भर रहेंगे परेशान

पूजा जाता है देवियों को

धर्म और शास्त्रों की माने तो मां लक्ष्मी, मां पार्वती और मां सरस्वती को तीनो देवियों को पूजा जाता है। वैसे तो नो देवियों की पूजा की जाती है मगर इन तीन देवियो का स्थान सबसे ऊँचा है, इन तीनों देवियों में मां लक्ष्मी को धन की देवी और माता सरस्वती को विद्या की देवी रूप में माना जाता है।

मां लक्ष्मी की कृपा से घर में धन-दौलत की कभी कमी नहीं होती है और जुबान पर मां सरस्वती आकर बैठ अगर गई हैं। जुबान से निकला हर वो शब्द पत्थर की लकीर बन जाता है आपने जो बोला वो पूरा हो जाता है जो भी बात उस समय जुबान से निकलती है वह एकदम सच साबित होती है। इसलिए हमेशा ही अच्छी और सच्ची ही बात बोलनी चाहिए क्योंकि क्या पता कब जुबान पर मां सरस्वती विराजमान हो जाएं।

ये भी पढ़े : रमा एकादशी व्रत करने से मिलेगी पापो से मिलेगी मुक्ति, जानिए व्रत की तारीख और पूजन विधि

शास्त्रों में ऐसा कहा गया है दिन के 24 घंटे में एक बार मां सरस्वती व्यक्ति के जुबान पर जरूर आकर बैठती हैं। वहीं दूसरी तरफ ये सुना होगा की उस की तो काली जुबान है क्योंकि ऐसा तब होता है जबा सरस्वती विराजमान होती है क्युकी अगर उस समय में हम अच्छी बात करेंगे तो अच्छा होगा और गलत तो गलत होगा ऐसा इसी कारण होता है क्युकी कोई व्यक्ति मन से तो बुरा नहीं चाहता है।

कब बैठती हैं मां सरस्वती

24 घंटों को शुभ और अशुभ की केटेगरी में बांटा गया है। हिंदू धर्म में सुबह 3 बजे के बाद को ब्रहम मुहूर्त कहा जाता है। इस समय से नए दिन की शुरुआत मानी जाती है। सुबह 3 बजकर 10 मिनट से लेकर 3 बजकर 15 मिनट का समय सबसे शुभ समय होता है। ऐसे में इस समय के अवधि के बीच में अगर मन में अच्छी बात बोली जाए या फिर मन में लाई जाए तो वह जरूर पूरी होती है। इसके लिए अलावा सुबह 3 बजकर 20 मिनट से 3 बजकर 40 मिनट के बीच मां सरस्वती के जुबान पर बैठने का सबसे सही समय होता है। ऐसे में इस दौरान बोली गई कोई भी बात जरूर सच होती है।


utkalmailtv

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button