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रूसी हमलों में यूक्रेन का शीर्ष ऊर्जा संयंत्र तबाह, कर्मचारियों ने जान बचाने के लिए आश्रय स्थल में ली शरण – Utkal Mail

कीव। रूस द्वारा मिसाइल और ड्रोन से किये गए भीषण हमलों में यूक्रेन के शीर्ष ऊर्जा संयंत्रों में से एक संयंत्र तबाह हो गया और साथ ही अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। रूस ने फिर से ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाने का अभियान शुरू किया है। अधिकारियों ने बताया कि कीव, चर्कासी और जाइटॉमिर क्षेत्रों को बिजली की आपूर्ति करने वाले सबसे बड़े ऊर्जा संयंत्र ट्राइपिल्स्का को कई बार निशाना बनाया गया और इन हमलों में ट्रांसफार्मर और जनरेटर नष्ट हो गए और संयंत्र में आग लग गई। 

संयंत्र का संचालन करने वाली सरकारी कंपनी सेंटरनेर्गो के पर्यवेक्षी बोर्ड के अध्यक्ष एंड्री गोटा ने बताया कि जैसे ही संयंत्र पर पहले ड्रोन से हमला हुआ कर्मचारियों ने जान बचाने के लिए एक आश्रय स्थल में शरण ली। उन्होंने कहा कि संयंत्र के चारों ओर आग की लपटें उठ रही थीं और काले घने धुएं का गुबार छाया हुआ था। गोटा ने कहा कि यह भयावह था। इस हमले के घंटों बाद बचावकर्मी वहां पहुंचे और मलबा हटाने का काम शुरू किया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को में कहा कि यूक्रेन ने रूस की तेल रिफाइनरियों को निशाना बनाया जिसके जवाब में उसके (यूक्रेन के) उर्जा संयंत्रों पर हमले किये गये हैं। 

ट्राइपिल्स्का संयंत्र से तीस लाख लोगों को बिजली की आपूर्ति की जाती थी। हालांकि, इस हमले के बाद बिजली की आपूर्ति बंद नहीं हुई क्योंकि संयंत्र को सुधार लिया गया था। फिर भी आने वाले महीनों में इस हमले का परिणाम देखने को मिल सकता है क्योंकि बढ़ते तापमान के कारण ‘एयरकंडीशंड’ (एसी) का उपयोग बढ़ेगा। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रूस द्वारा रातभर किये गये कम से कम 10 हमलों में बिजली आपूर्ति के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि इस क्षेत्र में 200,000 से अधिक लोग रहते हैं, जो बार-बार बिजली आपूर्ति बाधित होने से परेशानी उठा रहे हैं।

 यूक्रेन के सबसे बड़े निजी ऊर्जा संचालक डीटीईके ने इस हमले को इस साल के सबसे भीषण हमलों में से एक बताया। वहीं, ऊर्जा मंत्री हरमन हलुशचेंको ने संवाददाताओं से कहा कि यह एक बड़ा मिसाइल हमला था, जिससे हमारा ऊर्जा क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों पर नये सिरे से हमले शुरू किये हैं। वहीं, पिछले महीने रूसी हमलों से देश के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। यूक्रेन के नेताओं ने ऐसे हमलों से बचने के लिए और अधिक वायु रक्षा प्रणालियों की मांग की है। गोटा ने कहा, “आज की स्थिति दर्शाती है कि मिसाइलों को मार गिराने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।

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