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तृणमूल सांसद सेबी अधिकारियों से मिले, शेयर बाजार में गड़बड़ी की जांच की मांग की  – Utkal Mail

मुंबई। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को मुंबई में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अधिकारियों से मुलाकात की और इस माह की शुरुआत में आए चुनावी एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार में कथित ‘‘गड़बड़ी’’ की जांच की मांग की।

प्रतिनिधिमंडल में तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी, सागरिका घोष और साकेत गोखले शामिल थे और उनके साथ शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की पूर्व विधान पार्षद विद्या चव्हाण भी मौजूद रहीं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस घोटाले में ‘‘सीधे तौर’’ पर संलिप्त हैं। 

राहुल गांधी ने इसे ‘‘शेयर बाजार का सबसे बड़ा घोटाला’’ करार दिया जिसमें इस माह की शुरुआत में लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद बाजार में आई गिरावट के कारण निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गये। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उनके आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताकर खारिज कर दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने जांच की मांग की कि आखिर कैसे ‘‘फर्जी एग्जिट पोल का इस्तेमाल कर शेयर बाजार में गड़बड़ी की गई’’। 

मुलाकात के बाद कल्याण बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अतीत में सेबी की भूमिका शानदार रही है। हमें सेबी पर पूरा भरोसा है, इसलिए हम 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भ्रामक एग्जिट पोल के कारण शेयर बाजार में हुई गड़बड़ी की जांच की मांग कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने इस बात की जांच करने की भी मांग की कि क्या एग्जिट पोल एजेंसियों का नेताओं से कोई संबंध है? तीन जून को शेयर बाजार में काफी तेजी देखी गई थी, लेकिन एक दिन बाद ही बाजार धड़ाम से गिर गया। 

सांसद ने दावा किया कि 24 घंटे के भीतर ही छोटे निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपये डूब गये। उन्होंने यह भी कहा कि नेताओं के परिवारों ने इससे करोड़ों रुपये कमाए हैं। सांसद ने कहा, ‘‘अमित शाह ने विभिन्न चुनाव अभियानों के दौरान बार-बार कहा कि जल्दी खरीदारी करें (चुनाव से पहले) और आपको (निवेशकों को) लाभ मिलेगा। (निवेशकों के बीच) विश्वास जगाने के लिए जांच की जरूरत है।’’ 

इससे पहले दिन में, तृणमूल प्रतिनिधिमंडल ने राकांपा (शरद चंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की जिन्होंने लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के बाद शेयर बाजार में कथित ‘‘गड़बड़ी’’ की जांच की उनकी मांग का समर्थन किया। एक जून के एग्जिट पोल के बाद तीन जून को शेयर बाजार में तेजी आई थी। पोल में लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की जीत की भविष्यवाणी की गई थी। भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला और उसने राजग सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई। 

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