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हुड्डा परिवार ने पहलवानों का वैसा ही इस्तेमाल किया जैसे पांडवों ने द्रौपदी का किया था, बृजभूषण सिंह ने बजरंग पूनिया पर लगाया यह आरोप – Utkal Mail

गोंडा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस के हुड्डा परिवार ने वैसे ही पहलवानों को दांव पर लगाकर उनके  खिलाफ साज़िश रची जैसे महाभारत में पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगाया था। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख सिंह पर पिछले वर्ष कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उनके खिलाफ जांच की मांग को लेकर कई सप्ताह तक धरना दिया था।

सिंह ने रविवार को अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”महाभारत में जो जुआ खेला गया था, उसमें द्रौपदी को दांव पर लगाया गया था। पांडव हार गए थे। इस मामले में पांडवों की दलीलों को देश अब भी स्वीकार नहीं कर पा रहा है।” 

उन्होंने आरोप लगाया कि हुड्डा के परिवार ने “बेटियों और बहनों की इज्जत दांव पर लगाकर उनके खिलाफ साजिश रची” जिसके लिए आने वाली पीढ़ी उन्हें माफ नहीं करेगी और इसके लिए उन्हें हमेशा दोषी माना जाएगा। वह हुड्डा परिवार से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जिक्र कर रहे थे। 

विनेश फोगाट और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया तथा एक अन्य ओलंपिक कांस्य विजेता साक्षी मलिक ने पिछले वर्ष इस आंदोलन का नेतृत्व किया था। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा, ”बजरंग पुनिया की मानसिकता खराब हो गई है। उन्होंने अपनी पत्नी को दांव पर लगा दिया था। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे बिना ट्रायल के एशियाई खेलों में खेलने क्यों गए?”

दिल्ली में पहलवानों के विरोध प्रदर्शन पर पूछे गए सवाल पर सिंह ने कहा, ”पहलवानों के विरोध का नाम मत लीजिए। दिल्ली में पहलवानों का कोई विरोध प्रदर्शन नहीं था। यह एक पारिवारिक विरोध था। जब हम पहलवान कहते हैं, तो एक समूह आ जाता है। क्या पहलवान पंजाब व हरियाणा में नहीं हैं? क्या वे महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल और हिमाचल (प्रदेश) में नहीं हैं?” 

उन्होंने कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “प्रियंका गांधी भी आती थीं।” कैसरगंज सीट से भाजपा के पूर्व सांसद सिंह ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस ने भारतीय कुश्ती महासंघ पर नियंत्रण करने की ‘साजिश’ के तहत विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को ‘मोहरे’ के रूप में इस्तेमाल किया। 

आंदोलन के कारण कैसरगंज निर्वाचन क्षेत्र से छह बार लोकसभा सदस्य रहे सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के पद से हटना पड़ा। वह वर्तमान में एक अदालत में आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं। फोगाट और पुनिया शुक्रवार को “न डरने और न पीछे हटने” की शपथ के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है जिसमें पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना सीट से मैदान में उतारा गया है। 


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