चीन, तुर्की और अजरबेजान… सबकी बंद होगी व्यापार की दुकान! इन देशों को सबक सिखाएंगे, यात्रा और उत्पादों पर बैन लगाएंगे – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार : भारत से युद्ध के दौरान पाकिस्तान का खुला समर्थन करने वाले चीन, तुर्की और अजरबेजान के प्रति देश भर के व्यापारियों में भारी आक्रोश है। व्यापारी इन देशों की यात्रा और उत्पादों का पूर्ण बहिष्कार करके करारा जवाब देंगे। व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर्स संगठनों सहित विभिन्न अन्य संबंधित वर्गों से सम्पर्क कर इन देशों की यात्रा और उत्पादों के बहिष्कार के लिए अभियान तेज करेगा। 16 मई को कैट द्वारा दिल्ली में आयोजित देश के प्रमुख व्यापारी नेताओं के एक राष्ट्रीय सम्मेलन में तुर्की और अजरबेजान के साथ व्यापार बंद करने पर निर्णय लिया जाएगा।
यह जानकारी कैट के राष्ट्रीय संगठन मंत्री तथा उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश संजय गुप्ता ने दी। उन्होंने कहा कि दि भारतीय नागरिक तुर्की और अजरबैजान की यात्रा का बहिष्कार करते हैं, तो इसका इन देशों की अर्थव्यवस्था, विशेषकर पर्यटन क्षेत्र पर प्रभाव पड़ सकता है। इस आर्थिक नुकसान से तुर्की और अजरबेजान पर भारत के प्रति अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने का दबाव बढ़ सकता है। संजय गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बेहद मजबूत है और कोई भी भारत को कमजोर समझने की भूल न करे।
कपड़ा व्यापार पर प्रतिबंध लगाने की रक्षामंत्री से मांग करेंगे व्यापारी
चीन और तुर्की से भारत में लग्जरी व महंगे कपड़े दिल्ली और मुम्बई से बड़े होलसेलरों से रिटेल मार्केट में आते हैं। इसके अलावा चीन के महंगे कपड़े बड़ी तादाद में कंटेनर के माध्यम से आते हैं। उतर प्रदेश कपड़ा उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष अशोक मोतियानी और महामंत्री अनिल बजाज प्रभु जालान बताते हैं कि दुश्मन देशों के साथ ये देश भी आतंकवादियों को खुलेआम समर्थन करते हैं। ऐसे देशों से भारत को कारोबार बिल्कुल नहीं करने की आवश्यकता है। संगठन के अध्यक्ष अशोक मोतियानी ने कहा कि तुर्की को तो भूकंप के समय भारत ने मदद भेजी थी। लेकिन अब दुश्मन देशों का साथ देने पर भारत को किसी तरह भी इनको प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। जल्द ही उतर प्रदेश के व्यापारी संगठन देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर इन दोनों देशों से कारोबार प्रतिबंध किए जाने की मांग रखेंगे।
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