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Air India Plane Crash: विमान हादसे के प्रमुख घटनाक्रम, जानें भीषण हादसे में अब तक क्या-क्या हुआ? – Utkal Mail

दिल्ली। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा जारी किए जाने के बाद 12 जून से अब तक की घटनाओं पर एक नजर:

एअर इंडिया का करीब 12 साल पुराना बोइंग 787-8 विमान वीटी-एएनबी, 12 जून को उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद अहमदाबाद में बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर पर गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। इस विमान में चालक दल के 12 सदस्यों समेत कुल 242 लोग सवार थे। दुर्घटना में केवल एक यात्री ही बच पाया। इस दुर्घटना में यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के अलावा भी कई लोगों की जानें गईं। विमान हादसे में कुल 260 लोग मारे गए।  

हादसे में जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश (45) ‘11ए’ सीट पर बैठे थे। यह सीट आपातकालीन निकास द्वार के पास की खिड़की वाली सीट थी। वह ब्रिटेन के नागरिक हैं। अहमदाबाद की यह दुर्घटना बोइंग के सबसे ज्यादा बिकने वाले 787 विमान की पहली ऐसी घातक दुर्घटना है जिसमें विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया। 

एएआईबी ने 13 जून को जांच शुरू की और एक बहु-विभागीय टीम गठित की। केंद्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विभागीय समिति 13 जून को गठित की गई जिसका उद्देश्य विमान दुर्घटना के पीछे के कारणों की जांच करना और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए व्यापक सुझाव देना था।  

‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर’ (सीवीआर) और ‘फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर’ (एफडीआर) बरामद किए गए। इनमें से एक 13 जून को दुर्घटनास्थल से और दूसरा 16 जून को मलबे से मिला। ब्लैक बॉक्स को पूरी सुरक्षा में 24 जून को वायुसेना के विमान द्वारा अहमदाबाद से दिल्ली लाया गया। फ्रंट ब्लैक बॉक्स 24 जून को एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा। रियर ब्लैक बॉक्स एक दूसरी एएआईबी टीम द्वारा लाया गया और 24 जून को शाम पांच बजकर 15 मिनट पर एएआईबी लैब, दिल्ली पहुंचा।  

ब्लैक बॉक्स से डेटा निकालने की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई। 25 जून को फ्रंट ब्लैक बॉक्स से ‘क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल’ (सीपीएम) सुरक्षित रूप से निकाला गया। ‘मेमोरी मॉड्यूल’ को सफलतापूर्वक एक्सेस कर उसमें मौजूद डेटा को डाउनलोड किया गया। संयुक्त राष्ट्र की संस्था ‘अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन’ (आईसीएओ) के विशेषज्ञ को जांच में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया है।  

दुर्घटना के एक दिन बाद, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की सुरक्षा जांच को और बढ़ाने का आदेश दिया। एअर इंडिया ने अपने बोइंग 777 विमान बेड़े की भी सघन जांच का निर्णय लिया। 
 
एअर इंडिया की मूल कंपनी टाटा संस ने पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, एअर इंडिया 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा भी दे रही है। * एअर इंडिया ने प्रभावित परिवारों को मानसिक आघात से उबारने और मनोवैज्ञानिक सहायता देने के लिए प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिकों की एक टीम तैनात की है।

ये भी पढ़े : Air India Plane Crash: फ्यूल स्विच बंद होने से हुआ एअर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त, AAIB की रिपोर्ट में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा

 


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