टेक्नोलॉजी

पोकेमॉन फैंस के लिए खुशखबरी, हिंदी लैंग्वेज के साथ भारत में लॉन्च हुआ Pokemon Go का नया वर्जन – Utkal Mail


नई दिल्ली। द पोकेमॉन कंपनी (टीपीसी) ने नियांटिक के साथ मिलकर देश में अपने लोकप्रिय मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन पोकेमॉन गो को हिंदी में लॉन्च करने की घोषणा की। टीपीसी ने गुरुवार को हिंदी दिवस मनाये जाने दौरान यह घोषणा की है। कंपनी ने घोषणा की कि वह लॉन्च के हिस्से के रूप में अपने 800 से अधिक लोकप्रिय पोकेमॉन का नाम हिंदी में बदलेगी।

हिंदी एशिया में छठी भाषा है और वैश्विक स्तर पर 15वीं भाषा है जिसमें गेम को स्थानीयकरण किया गया है।उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए कई पोकेमॉन का नाम भी हिंदी में बदला गया है। पोकेमॉन एक प्रतिष्ठित वीडियो गेम और मनोरंजन फ्रेंचाइजी के रूप में दुनिया भर के सभी उम्र के लाखों प्रशंसकों द्वारा पसंद किया जाता है। पोकेमॉन 1996 में लॉन्च होने के बाद से लोगों को एक साथ जोड़ रहा है।

पोकेमॉन ने 151 जीवों से शुरूआत करते हुए बच्चों और वयस्कों की कल्पना को समान रूप से आकर्षित करना जारी रखा है और फिलहाल इसमें एक हजार से अधिक जीव हैं। भारत में लगातार बढ़ते प्रशंसको को देखते हुए टीपीसी ने 800 से अधिक पोकेमॉन का हिंदी में नाम बदलकर भारतीय बाजार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करने का निर्णय लिया है।

यह पोकेमॉन को भारतीय प्रशंसकों के लिए और भी अधिक भरोसेमंद बना देगा। अब हर कोई नए हिंदी नामों तक पहुंचने के लिए आधिकारिक पोकेडेक्स पेज पर जा सकता है और जल्द ही सभी पोकेमॉन से संबंधित जानकारी और विवरण हिंदी में खोज सकेगा। नियांटिक में उभरते बाजारों के उपाध्यक्ष ओमार टेललेज़ ने घोषणा पर कहा, नियांटिक एक वैश्विक समुदाय को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है जो सीमाओं से परे है और हिंदी भाषा समर्थन को शामिल करना भारत और इसकी तेजी से बढ़ती गेमिंग उपयोगकर्ताओं के प्रति कंपनी की अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।

पोकेमॉन गो का हिंदी संस्करण समावेशिता को बढ़ावा देगा, जुड़ाव को प्रोत्साहित करेगा और अधिक खिलाड़ियों को अपने पोकेमॉन गो साहसिक कार्य में शामिल होने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में गेम के लॉन्च के बाद से हमने पूरे भारत में पांच लाख से अधिक पीओके स्टॉप जोड़े हैं, और कंपनी कई ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन भी आयोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें यकीन है कि पोकेमॉन कंपनी के साथ हमारा यह कदम देश में हमारे दर्शकों का आधार मजबूत करने में मदद करेगा।

ये भी पढ़ें:- Australia: विकलांग छात्रों को स्कूली कार्यक्रमों से रखा जाता हैं बाहर, अगले शिक्षा सुधारों से बदलाव की उम्मीद


utkalmailtv

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button