Mahadeva Festival : जमाना दुश्मन हो हमारा कुछ न बिगड़ेगा, मां-बाप की दुआएं लेकर चलते हैं… – Utkal Mail

बाराबंकी, अमृत विचार : महादेवा महोत्सव में तीसरे दिन रविवार को सांस्कृतिक मंच पर स्थानीय कवियों ने अपनी रचनाओं से समां बांधा। किसी ने हंसाया तो किसी ने गुदगुदाया तो किसी ने देशभक्ति पर रचनाएं सुनाईं। कार्यक्रम का शुभारंभ रामनगर ब्लाक प्रमुख संजय तिवारी, खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार और नायब तहसीलदार अभिषेक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। इसके बाद आमंत्रित कवियों को माला, अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कवियत्री अंकिता शुक्ला ने हे हंस वाहिनी ज्ञान दायिनी करुणा माई माता की मां वीणा पाणि की वंदना से कवि सम्मेलन की शुरुआत की। संयोजक मनोज मिश्र शीत ने अपनी कविता के माध्यम से महादेवा महोत्सव के सभी कार्यक्रमों का बखान कर खूब तालियां बटोरी। इसके अलावा उन्होंने अपनी रचना प्रस्तुत करते हुए सुनाया कि यदु कुल के कुल की खोल सारी गांठ रहे हैं, पुश्तैनी इनके ऐसे ठाट बांट रहे हैं। हिंदू अगर मरे तो देंगे नहीं छदाम, संभल में पांच पांच लाख बांट रहे हैं।
वरिष्ठ कवि डॉ. अम्बरीष अंबर द्वारा बहू में बेटी नजर आए ननद भाभी पर इतराये, प्रीत में जहां रवानी है स्वर्ग की यही निशानी है राम की भव्य कहानी है सुनाया तो पूरा संस्कृतिक पंडाल तालियों के गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कवि डॉ सर्मेश शर्मा ने माता-पिता के आशीर्वाद का मर्म समझाते हुए सुनाया कि जमाना लाख दुश्मन हो हमारा कुछ न बिगड़ेगा, हम अपने मां-बाप गुरु की दुआएं लेकर चलते हैं। इसके बाद मशहूर गीतकार प्रमोद पंकज ने गीत प्रस्तुत करते हुए सुनाया कि अज की अयोध्या के आंगन के अवधी के सच्चे सपूत बुध्दिबल ज्यो गनेश के पंकज प्रसून पुंज प्रेम का समर्पित कर बंदन करत नित कविवर और मृगेश को।
कवि अजय प्रधान ने माटी जो बनूं राम भक्तों की चरण रज उड़ता मैं घूमूं राम की राजधानी में, अग्नि जो बनूं तो बसु आरती की बाती मध्य झूम झूम नाचूं राम जी की अगवानी में। जिसे सुन श्रोता मंत्र मुग्ध हो गये। इन कवियों के अलावा जगन्नाथ दीक्षित, निर्दोष रोहित, सिरफिरा शिवाजी, अंत प्रकाश, बिंदु, विनीत शहर, सुधाकर दीक्षित, रणधीर सिंह और मुकेश मिश्र आदि ने भी काव्य पाठ कर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
सादगी तो हमारी जरा देखिए…
महादेवा महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर सरस्वती संगीत एकेडमी बहराइच के गायकों ने अपनी सुरीली आवाज में एक से बढ़कर एक फिल्मी गीतों की प्रस्तुतियों से जमकर धमाल मचाया। गायक अंकित कुमार वाल्मीकि ने सादगी तो हमारी जरा देखिए गजल की शानदार प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शुरुआत की। यारा तू माने या ना माने दिलदारा, नित खैर मंगा सोडिया मैं तेरी बॉलीवुड गाने की बेहतरीन पेशकश पर पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। सिंगर विभा श्री व आमिर खान ने चुरा लिया है तुमने जो दिल को गाना सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। इसके बाद गायक विजय कुमार पांडेय देखते देखते क्या क्या हो गया गाने की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को खूब झुमाया।
लोक गायिका सरोज श्रीवास्तव ने लगाई सुरीले गीतों की झड़ी
महादेवा महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर अवधी लोक गायिका सरोज श्रीवास्तव ने सुरीली आवाज में एक से बढ़कर एक शानदार गीतों की झड़ी लगा दी। गायिका सरोज श्रीवास्तव ने गणपति को लागी नजरिया गौरा टीका लगा दो गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की। झुकी जाओ तनिक रघुवीर लली मेरी छोटी है लोकगीत के माध्यम से सीता स्वयंवर का बखान कर खूब वाहवाही लूटी।
सैय्यां मिले लरिकइयां मैं का करूं पर श्रोता झूम उठे। पन्द्रह बरस की मैं गउने में आई, दोनों में प्रेम इतना है जादा राधा मोहन है मोहन है राधा की शानदार प्रस्तुति पर दर्शक तालियां बजाने पर मजबूर हो गए। श्याम चूड़ी बेचने आया मनिहारी का भेष बनाया श्याम भजन पर दर्शक मंत्र हो गए। श्याम चंदा है श्यामा चकोरी, श्याम रसिया है राधा रसीली आदि भजनों की जबरदस्त प्रस्तुतियों को लोगों ने खूब सराहा।
मांशी के भजनों ने झूमने पर किया मजबूर
सुप्रसिद्ध महादेवा महोत्सव के तीसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी भजन संध्या में लोक गायिक मांशी रघुवंशी ने सुरीली आवाज में भजनों की शानदार प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने डम डम डमरू बजावे ला हमार जोगिया, भक्ति भजन की बेहतरीन प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। भोला घरे चोर घुसल, मिथिला नगरिया निहाल सखिया भजन पर लोग झूमने पर मजबूर हो गए। भोले तेरी जटा से बहती है गंग धारा की शानदार प्रस्तुति को लोगों ने खूब सराहा। हे पहुना यही मिथिला में रहुना, देखो राजा बने महाराज आदि सुंदर भजनों की बेहतरीन प्रस्तुति कर खूब तालियां बटोरीं।
गायिका जया ने बॉलीवुड नाइट को बनाया यादगार
महादेवा महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर सुर ताल संगम ग्रुप की मुख्य गायिका जया श्रीवास्तव व उनके सहयोगियों ने महोत्सव की बॉलीवुड नाइट को यादगार बना दिया। जया श्रीवास्तव ने सत्यम शिवम सुंदरम शिव स्तुति की शानदार प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस गीत पर उनके साथ शास्त्रीय नृत्यांगना इशिका त्रिपाठी ने नृत्य कर समा बांध दिया। इसके बाद गायिका अद्विका श्रीवास्तव व अभिजीत श्रीवास्तव के प्रस्तुत किए गए गीत मेरे ढोलना सुन मेरे प्यार की धुन, ऐसी दीवानगी देखी नहीं कभी, पर इशिका त्रिपाठी ने एकल नृत्य कर लोगों का दिल जीत लिया।
इसी तरह बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा गीत की प्रकाश खन्ना और रमन श्रीवास्तव ने बेहतरीन प्रस्तुति देकर लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। अतुल और अद्विका के आजा सनम मधुर चांदनी में हम, गीत को श्रोताओं ने खूब सराहा। इस मौके पर पूर्व विधायक शरद अवस्थी, तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह, चौकी इंचार्ज महादेवा संतोष कुमार त्रिपाठी मौजूद रहे।
शिव शक्ति के स्वरुपों से माहौल हुआ शिवमय
महादेवा महोत्सव के सांस्कृतिक मंच पर लच्छू महाराज बैले फाउंडेशन के कलाकारों ने कथक नृत्य के माध्यम से शिव शक्ति के स्वरुपों के सौंदर्य की मनोहारी प्रस्तुति देकर माहौल शिव मय कर दिया। कलाकारों ने कथक नृत्य के माध्यम से भगवान भोलेनाथ के विभिन्न स्वरूपों के सौंदर्य को दिखाया। डिमिक डिमिक करि डमरू बाजे पर अंजुल बाजपेई, सीमा पाल, अनामिका वत्स और तृप्ति गुप्ता ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को खूब रिझाया। अंजुल वाजपेई ने भगवान शंकर के प्रचंड स्वरूप शिव तांडव की बेहतरीन प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिसके प्रेम मगन नाचे भोला, ओम नमः शिवाय पर कलाकारों ने ग्रुप नृत्य पेश किया, तो श्रोता झूम उठे। शिव स्वरूप मनमोहक प्रस्तुति देने वाले इस ग्रुप में अंकिता सिंह, पीयूष पाण्डेय, परिकल्पना व कोरियोग्राफी वरिष्ठ गुरु श्रृंगारमणि कुमकुम आदर्श शामिल रहे।
उलझी गुत्थियां पल भर में जो खोले, वो है महादेव बम भोले..
महादेवा महोत्सव में सुप्रसिद्ध भजन गायक किशोर चतुर्वेदी एवं स्वाती रिजवी ने अपने मनमोहक भजनों एवं गीतों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रोता देर रात तक उनके मधुर कंठो से भजनों का आनंद लेते रहे। किशोर चतुर्वेदी के द्वारा राम भजन प्रस्तुत करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके अलावा उन्होंने इस जीवन की उलझी गुत्थियां, पल भर में जो खोले, वो है महादेव बम भोले सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। इसके बाद स्वाती रिजवी ने ओम नमः शिवाय, सत्यम शिवम सुंदरम की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया।
इसके अलावा उन्होंने भोले तेरी जटा से बहती है गंग धारा सुनाकर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। भजन गायक किशोर चतुर्वेदी ने प्रभु श्री राम पर रचित भजन राम नाम सुखदाई, राम नाम के दो अक्षरों में सब सुख शांति समांई प्रस्तुत किया, तो संस्कृत पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। रामकिशोर चतुर्वेदी ने बताया कि वह हनुमान जी महाराज को अपना आराध्य मानते हैं। देश के अनेकों राज्यों में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके हैं। इनके भजन कार्यक्रम में तबले पर विकास अवस्थी ढोलक, राजकुमार आर्गन अरविंद वर्मा, साथ दे रहे थे।
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