84 गंगा घाटों के पुण्य जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक : भव्य शोभायात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब – Utkal Mail

वाराणसी, अमृत विचार : सावन के पावन महीने में काशी एक बार फिर भक्ति, श्रद्धा और परंपरा की अद्भुत मिसाल बन गई। सोमवार को सावन के तीसरे सोमवार के अवसर पर विश्वनाथ गली व्यापारी संघ से जुड़े सैकड़ों श्रद्धालु व्यापारियों ने काशी के 84 गंगा घाटों से लाए गए जल से बाबा विश्वनाथ का विधानपूर्वक जलाभिषेक किया। इस ऐतिहासिक आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्यमंत्री एवं शहर दक्षिणी के विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर, काशी के महंत शंकर पुरी जी महाराज ने की।
11 ब्राह्मणों ने किया जल का पूजन : कार्यक्रम की शुरुआत दशाश्वमेध घाट स्थित चितरंजन पार्क में हुई, जहां 84 घाटों से एकत्र किए गए जल को कलशों में भरकर 11 वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा विधिपूर्वक पूजन कराया गया। मंत्रोच्चार और वैदिक रीति से जल को पवित्र कर बाबा को समर्पित करने की परंपरा को शास्त्रोक्त ढंग से निभाया गया। जल पूजन के उपरांत एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों व्यापारीगण पारंपरिक परिधानों में, कलश हाथों में लिए, भक्ति भाव से सराबोर होकर विश्वनाथ धाम पहुंचे। हर-हर महादेव के जयघोष और डमरू-शंखध्वनि के साथ निकली इस शोभायात्रा ने पूरे मार्ग को शिवमय कर दिया।
काशी में फिर गूंजा “हर-हर महादेव” : विश्वनाथ गली व्यापारी संघ के उपाध्यक्ष डॉ. पवन शुक्ला ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि व्यापारियों द्वारा काशी की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का एक प्रयास भी है। उन्होंने बताया कि यह परंपरा आगे भी हर वर्ष सावन सोमवार पर जारी रहेगी। बाबा विश्वनाथ के दरबार में जलाभिषेक के समय हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने पूरे धाम को भक्ति की ऊर्जा से भर दिया। श्रद्धालु “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के नारों के साथ बाबा को श्रद्धा सुमन अर्पित करते नजर आए।
यह भी पढ़ें:- पति-पत्नी की एक साथ उठी अर्थी : ईंट से सिर कुचलकर पत्नी की हत्या करने के बाद पति ने की आत्महत्या