महबूबा मुफ्ती ने स्वयं सहायता समूहों की दयनीय स्थिति पर व्यक्त की चिंता, कही ये बात… – Utkal Mail
श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को उपराज्यपाल प्रशासन से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों की मांगों को संबोधित करने और उन लोगों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की जो इस योजना के समाप्त होने से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के सामने आने वाले मुद्दों पर अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “मेरे दिवंगत पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद द्वारा शुरू किया गया स्वयं सहायता समूह जम्मू-कश्मीर के लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान करने, वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने और कुशल लोगों का उत्थान करने वाला एक दूरदर्शी कदम था। लेकिन10 अगस्त, 2020 को एसएचजी को अचानक समाप्त कर दिया गया जो कि निराशाजनक है, जिसके कारण हजारों लोग बेरोजगार हो गए और आजीविका चलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”
महबूबा ने कहा कि एसएचजी को अचानक समाप्त किए जाने की जांच के लिए 22 सितंबर 2020 को एक तथ्य खोजने वाली समिति का गठन किया गया लेकिन उन्होंने अभी तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है। पीडीपी प्रमुख ने कहा कि यह दुखद है कि तथ्य खोजने वाली समिति के गठन के बावजूद उसकी रिपोर्ट आज तक गायब है।
इस मामले में पारदर्शिता की कमी बहुत परेशान करने वाली है और इस निर्णय से प्रभावित लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने उपराज्यपाल प्रशासन से स्वयं सहायता समूह के सदस्यों की मांगों को सुनने और संबोधित करने और योजना की समाप्ति से प्रभावित हुए हजारों लोगों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,“स्वयं सहायता समूहों को समाप्त करने वाला सरकार के पक्षपाती और प्रतिशोधी कदम से जम्मू-कश्मीर में अनेक लोगों की आजीविका पर गंभीर असर हुआ है। यह आवश्यक है कि उपराज्यपाल प्रशासन इस स्थिति में सुधार लाने के लिए तीव्र और ठोस उपाय करे तथा जरूरतमंद लोगों को सहायता प्रदान करे।”
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