भारत जोड़ो पदयात्रा से वही परेशान है जिनका मुख्य एजेंडा नफरत फैलाकर राजनीति करना है
रायपुर: प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जिस तरह अंग्रेजों भारत छोड़ो के नारा से फिरंगी हुकूमत डरी और देश को आजादी मिली उसी तरह भारत जोड़ो यात्रा में लग रहे नफरत भारत छोड़ो की नारा से भाजपा और उनके नफरती गैंग बेचैन हो रहे है। भारत जोड़ो पदयात्रा से वही लोग परेशान हो रहे हैं जिनका मुख्य एजेंडा नफरत फैलाकर अपनी राजनीतिक रोटी को सेंकना है। भारत जोड़ो पदयात्रा में नफरत भारत छोड़ो के नारे से भाजपा और उसके सहयोगी संगठन क्यों परेशान हो रहे हैं? भाजपा की परेशानी से स्पष्ट समझ में आ रहा है कि उनकी नफरत फैलाने की एजेंडा अब खत्म हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि बीते 8 साल से अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति पर भाजपा काम कर रही है जात से जात और धर्म से धर्म को लड़ाने का बार-बार षड्यंत्र किया जा रहा है देश की गंगा जमुनी तहजीब को खंडित किया जा रहा है। असहमति के अधिकार का हनन किया गया। लोकतंत्र का अमूल्यन हुआ है देश की सत्ता में बैठी सरकार के जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को भाजपा की ट्रोल गैंग के द्वारा उनकी आवाज को दबाने उनके खिलाफ नफरत का माहौल पैदा किया जाता है उन्हें राष्ट्रद्रोही कह दिया जाता है डर पैदा किया जा रहा है ताकि कोई भी व्यक्ति देश की सरकार की खिलाफ की आलोचना न करें।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जनता ने 2018 में 15 साल के कुशासन भ्रष्टाचार रमन भाजपा की सरकार को उखाड़ कर फेंक दिया। भाजपा को 15 सीटों में समेट दी और भाजपा के अहंकार को चकनाचूर कर दिया। उसी तरह ही 2024 में भी केंद्र की तानाशाही सरकार की विदाई तय है जिस तरह बीते 8 साल में जनता के साथ अत्याचार हो रहा है देश की जनता मौन रहकर खून की आंसू रो रही है घुट-घुट कर जी रही है भाजपा जिन्हें जनता ने 303 सीट देकर देश की व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी दी थी उसी सरकार के द्वारा उत्पन्न की गई अव्यवस्थाओं के चलते देश की जनता हताश परेशान है और 2024 में लोकसभा चुनाव में भाजपा दो अंको के फिगर में सिमट जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि वह भाजपा जो कभी सड़कों पर पैदल नहीं चली जनता की आवाज नहीं उठाई जिसका मूल एजेंडा चंद पूंजीपतियों के लिए काम करना है वह क्या जाने पदयात्रा का मतलब। भाजपा के नेता पूंजीपतियों के करोड़ों की हवाई जहाज में बैठकर यात्रा करते है खुद को जन हितैषी होने का दावा करते हैं जनता से दूरी बना कर चलते हैं ऐसे लोग पदयात्रा का मतलब नहीं समझ सकते।