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मैगजीन घाट पर गोदाम और घर पर गिरा बिजली का तार, लगी भीषण आग, हड़कंप – Utkal Mail


कानपुर। ग्वालटोली थानाक्षेत्र में शनिवार देर शाम मैगजीन घाट की बस्ती में बिजली का तार टूटकर गिरने से भीषण आग लग गई। आग की ऊंची-ऊंची लपटों देखकर क्षेत्र के लोगों में दहशत फैल गई। आग की घटना में एक गोदाम में रखा सारा सामान और एक घर की गृहस्थी जलकर पूरी तरह से खाक हो गई। इलाकाई लोगों की सूचना पर पहुंची थाना पुलिस और दमकल विभाग ने करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया।

इस दौरान पीड़ितों के आंखों के सामने गृहस्थी जलती देख फूट-फूटकर रो पड़े। इलाकाई लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाया। अग्निकांड में पीड़ितों का लाखों का नुकसान हुआ है।

भैरव घाट के पास मैगजीन घाट की रहने वाली नजमा अपने बेटे अरशद, शहजाद, आसिफ के साथ अज्जन के मकान में किराए पर रहती हैं। उन्होंने बताया कि रात करीब साढ़े आठ बजे वह अपनी बेटी निगत, हीना और फलक के साथ बैठकर टीवी देख रहीं थी। बताया कि इसी दौरान नादिर भागते हुए कमरे में आई जिसने धुआं उठने की जानकरी दी।

वह लोग तुरंत बाहर की ओर भागे जहां देखा कि पेड़ के ऊपर से गुजरा बिजली का तार टूटकर बगल के कादिर के पेंट के गोदाम में गिरा हुआ था। जिसमें लपटें उठने लगीं। उन लोगों ने मदद के लिए लोगों को बुलाया। जिस पर सभी लोग दौड़ पड़े। परिजनों ने बताया कि वह लोग जब तक गृहस्थी का सामान जब तक निकालने का प्रयास करते तब तक आग ने मिनटों में विकराल रूप ले लिया। तार से तेज स्पार्किंग होने लगी। जिस पर इलाके में अफरातफरी की की स्थिति पैदा हो गई।

लोगों ने बिजली विभाग को फोन कर घटना की जानकारी देकर सप्लाई बंद कराई। इधर आग ने पेंट के गोदाम से घर को भी चपेट में ले लिया। दोनों धू-धू कर जलने लगे। काफी ऊंची लपटें देख इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों ने घटना की सूचना थाना पुलिस और दमकल विभाग को दी। सूचना पाकर कुछ ही देर में फोर्स और दमकल विभाग की चार गाड़ियां कर्नलगंज, फजलगंज, लाटूश रोड और मीरपुर से पहुंची। दमकल कर्मियों ने जान की परवाह न करते हुए आग को बुझाने में पूरी मशक्कत की। लेकिन गोदाम में पेंट और वेस्ट ऑयल, समोसम, पेंट ब्रश रखे होने के कारण रुक-रुक कर आग धधक रही थी। आग की घटना की सूचना पर मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। आग की घटना में दो पेड़ भी आधे जल गए।

लोगों ने अग्निशमन कर्मियों की बढ़ चढ़कर मदद की। आग की घटना से दोनों पीड़ितों का लाखों का नुकसान हुआ है। सूचना पर एसीपी सीसासऊ शिखर और सीएफओ दीपक शर्मा पहुंचे। जिन्होंने टीम का नेतृत्व करते हुए मौके पर लोगों से सहयोग की अपील करते हुए दूर हटने के लिए कहा। उन लोगों ने बताया कि पीड़ितों का नुकसान हुआ है, लेकिन किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। 

मजदूरी करके पालते पेट

पीड़ित नजमा ने पुलिस को बताया कि वह बहुत गरीब हैं। उनके पति सादिर का इंतकाल हो चुका है। उनके बेटे किसी तरह मजदूरी करके घर चलाते हैं। उनका सारी गृहस्थी जलकर खाक हो गई। वह लोग आग बुझने के बाद गृहस्थी को देखना चाहती थीं। परिजनों का कहना था कि उन लोगों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।   

मदद को दौड़ पड़ा इलाका 

भीषण आग लगते ही इलाके ने एकता का परिचय दिया। सबसे पहले लोग दौड़े और आंखों के सामने जल रही गृहस्थी को देखकर बचाने के लिए पीड़ितों को किसी तरह समझाकर किनारे किया। इसके बाद अपने-अपने घरों से टार्च आदि लेकर लोग आ गए। लोगों ने दमकल कर्मचारियों और पुलिस का सहयोग किया। लोगों ने दमकल गाड़ी के पाइप भी अग्निशमन कर्मचारियों के साथ खिंचवाए। बदहवास होकर रो रहे पीड़ितों को ढांढस बंधाया। 

आग की भयावहता देखकर खाली की गृहस्थी 

आग की भयावहता को देखकर घटनास्थल के अगल-बगल में रहने वालों में हड़कंप मच गया। जिस तरह आग की लपटें उठ रहीं थी उससे आग और फैलने की आंशका थी। इस पर बगल के रहने वाले राजेश और मुकेश के परिवार ने मिलकर सारी गृहस्थी को सड़क पर निकालकर कुछ ही देर में बाहर रख दिया। उन लोगों को अपना आशियाना जल जाने का डर सता रहा था। रुंधे गले से वह लोग बोले की अगर आग फैली तो वह लोग बर्बाद हो जाएंगे।

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