Mohamed Muizzu India Visit : पीएम मोदी बोले-मालदीव सबसे करीबी पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र देश, हमारे संबंध सदियों पुराने – Utkal Mail

नई दिल्ली। भारत और मालदीव ने अपने द्विपक्षीय सहयोग को ‘समग्र आर्थिक एवं समुद्री सुरक्षा साझीदारी’ के रूप में आगे बढ़ाने की घोषणा करने के साथ ही मुक्त व्यापार समझौता करने और स्थानीय मुद्राओं में कारोबार करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के बीच सोमवार को हैदराबाद हाउस में हुई द्विपक्षीय शिखर बैठक में ये निर्णय लिए गए। दोनों नेताओं ने भारतीय सहयोग से निर्मित हानीमाधू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नये रनवे और 700 से अधिक आवास का उद्घाटन किया तथा मालदीव में रूपे कार्ड का शुभारंभ किया। इस दौरान मुइज्जू ने पीएम मोदी को मालदीव आने का निमंत्रण भी दिया।
🇮🇳-🇲🇻| A partnership fulfilling shared aspirations!
PM @narendramodi and President @MMuizzu held comprehensive discussions to further deepen ties on a range of areas including development partnership, energy, trade, financial linkages and defence cooperation. pic.twitter.com/TcvMowZE5F
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 7, 2024
इस मौके पर दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग के पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करके आदान-प्रदान किया गया जो रक्षा, भ्रष्टाचार निरोधक कार्यवाही, विधि क्षेत्र में क्षमता विस्तार तथा खेल एवं युवा मामलों के क्षेत्र को लेकर हैं। इस मौके पर मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि भारत और मालदीव के संबंध सदियों पुराने हैं। भारत, मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र देश है। हमारी ‘पड़ोसी प्रथम’ की नीति और ‘सागर’ विज़न में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है।
उन्होंने कहा कि भारत ने सदैव मालदीव के लिए सबसे पहले मददगार की भूमिका निभाई है। चाहे मालदीव के लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं की जरूरत पूरी करनी हो, प्राकृतिक आपदा के समय पीने का पानी उपलब्ध कराना हो या कोविड महामारी के समय वैक्सीन देने की बात हो। भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी होने के दायित्व को निभाया है।
मोदी ने कहा, “आज, हमने आपसी सहयोग को रणनीतिक दिशा देने के लिए, ‘समग्र आर्थिक एवं समुद्री सुरक्षा साझीदारी’ विज़न अपनाया है। विकास साझीदारी हमारे संबंधों का अहम स्तंभ है। हमने, इसमें हमेशा मालदीव के लोगों की प्राथमिकताओं को प्रमुखता दी है। इस वर्ष भारतीय स्टेट बैंक ने मालदीव के 10 करोड़ डॉलर के ‘ट्रेज़री बिल्स’ का रोल ओवर किया है। आज, मालदीव की आवश्यकता अनुसार, 40 करोड़ डॉलर और तीन हजार करोड़ रुपए का मुद्रा विनिमय समझौता भी संपन्न हुआ है। हमने मालदीव में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए व्यापक सहयोग पर बात की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पुनर्विकसित हनीमाधु हवाईअड्डे का उद्दघाटन किया गया है। अब, ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट में भी तेजी लाई जाएगी। थिलाफुशी में नए वाणिज्यिक बंदरगाह के विकास में भी सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज, भारत के सहयोग से बनाये गए 700 से अधिक आवासों का लोकार्पण किया गया है। मालदीव के 28 द्वीपों पर पानी और सीवरेज प्रोजेक्ट पूरे किये गए हैं। छह अन्य द्वीपों पर भी शीघ्र काम पूरा किया जायेगा। ये परियोजनाएं तीस हजार लोगों को साफ़ पानी की सप्लाई सुनिश्चित करेंगी। “हा दालू” में कृषि आर्थिक ज़ोन,और, ‘हा आलिफू” में मछली प्रोसेसिंग केंद्र स्थापित करने में भी सहयोग दिया जायेगा। ओशिनो-ग्राफी और ब्ल्यू इकॉनोमी में भी हम साथ मिल कर काम करेंगे।
मोदी ने कहा कि आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए, हमने मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा शुरू करने का निर्णय लिया। स्थानीय मुद्राओं में व्यापार पर भी काम किया जायेगा। हमने डिजिटल कनेक्टिविटी पर भी फोकस किया है। उन्होंने कहा कि कुछ देर पहले, मालदीव में रूपे कार्ड का शुभारंभ किया गया है। आने वाले समय में, भारत और मालदीव को यूपीआई से भी जोड़ने के लिए काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि “अड्डू” में नया भारतीय वाणिज्य दूतावास और बेंगलुरु में मालदीव का नया वाणिज्य दूतावास खोलने पर भी हमने बात की है। इन सभी पहलों से, हमारे लोगों के बीच संबंधों को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने रक्षा और सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। एकता हार्बर प्रोजेक्ट में काम तेजी से चल रहा है। हम मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बलों की ट्रेनिंग और क्षमता निर्माण में अपना सहयोग जारी रखेंगे। हिन्द महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि के लिए हम मिलकर काम करेंगें। हाइड्रोग्राफी और आपदा प्रबंधन में सहयोग बढ़ाया जायेगा।
मोदी ने कोलंबो सिक्योरिटी कॉन्क्लेव में संस्थापक सदस्य के रूप में जुड़ने पर मालदीव का स्वागत किया और कहा कि जलवायु परिवर्तन हम दोनों देशों के लिए बड़ी चुनौती है। इस संबंध में सौर ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता में भारत अपने अनुभव मालदीव के साथ साझा करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने मुइज्जू का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी यात्रा से हमारे संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। मालदीव के लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए भारत अपना हरसंभव सहयोग देता रहेगा।
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