बरेली में नहीं थम रहा बंदरों की मौत का सिलसिला, 3 दिन में 11 बंदरों की मौत पर छिड़ा हंगामा – Utkal Mail

बरेली, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के जिला बरेली में पिछले तीन दिनों में सिलसिलेवार तरीके से 11 बंदरों की मौत होने पर हंगामा मचा है। पांच बंदरों को डंडों से इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उनके सिर की हड्डियां तक टूट गईं। शरीर के बाकी हिस्सों में भी चोटों के निशान पाए गए हैं। भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान (IVRI) में हुए बंदरों के पोस्टमार्टम में बंदरों के साथ बर्बरता का तथ्य सामने आया है। पुलिस बंदरों की मौत की जांच में जुटी है। उधर, पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के कार्यकर्ता धीरज पाठक इस मामले में चिंता जताते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बंदरों की मौत का यह प्रकरण किला मंडी से शुरू हुआ। सोमवार को यहां पांच बंदरों के शव पाए गए थे। एक साथ पांच बंदरों की मौत पर हंगामा मचा ही था कि अगले दिन मंगलवार को चार और बंदरों के शव मिले। बंदरों की मौत का सिलसिला यहीं नहीं थमा, बुधवार को भी यहां बंदरों के शव पाए गए। लगातार तीन दिन तक बंदरों की मौत पर सवाल उठे। माना गया कि सिलसिलेवार तरीके से बंदरों की मौत की घटना सामान्य तो नहीं है।
पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था ने जांच और कार्रवाई की मांग उठाई। पुलिस सक्रिय हुई और जांच शुरू कर दी। धीरज पाठक के मुताबिक, बंदरों की मौत के मामले में उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उधर, मंगलवार को जो बंदर मृत पाए गए थे, बताते हैं कि मुहल्ले वालों ने उनमें से अधिकांश बंदरों के शव दफ्ना दिए। दो बंदरों के शव जरूर पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए। इनके शरीर पर विषाक्त के लक्षण मिलने की बातें सामने आ रही हैं। मुख्य पशुपालन अधिकारी मनमोहन पांडेय के मुताबिक, संभव है कि फूड प्वॉइजनिंग के कारण मौत हुई हो। बहरहाल, बंदरों की मौत के मामले में जांच तेजी से जारी है। लेकिन जिस तरह से लगातार तीन दिन तक बंदरों की मौत की घटनाएं घटी हैं, उससे हर कोई हैरान है।
बंदरों की मौत को लेकर चर्चा यह भी है कि चावल मंडी में बंदर चावल के ढेर पर अक्सर झपट्टा मार दिया करते थे। इसलिए किसी साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। धीरज पाठक के मुताबिक पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी बंदरों की मौत की घटना का संज्ञान लिया है। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों से भी बात की। इसके बाद ही पुलिस ने बंदरों की मौत के प्रकरण में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। किला थाने के इंस्पेक्टर राजेश कुमार के मुताबिक, मामले की जांच चल रही है और बहुत जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
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