प्रधानमंत्री मोदी ने साइप्रस में व्यापार जगत के लोगों के साथ की बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा – Utkal Mail

निकोसिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ निकोसिया में एक व्यापार जगत के लोगों के साथ गोलमेज बैठक में हिस्सा लिया और व्यापार, निवेश एवं रक्षा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री आज दिन में साइप्रस की राजधानी निकोसिया पहुंचे। उन्होंने बैठक में भारत और साइप्रस के व्यापार जगत के नेताओं को संबोधित किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कार्यक्रम की तस्वीरें साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा, ‘‘निवेश, प्रौद्योगिकी और व्यापार संबंधों को और मजबूत करना।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्यापार जगत के लोगों के साथ गोलमेज बैठक को संबोधित किया, जिसमें साइप्रस और भारतीय कंपनियों के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नेताओं ने व्यापार, निवेश, वित्तीय सेवाओं, फिनटेक, स्टार्ट-अप, नवाचार, एआई, आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी), साजो सामान, रक्षा, संपर्क, नौवहन और गतिशीलता के क्षेत्रों में आर्थिक संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया।’’
बैठक से पहले ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश में जायसवाल ने कहा कि मंच में ‘‘स्टार्टअप, नवाचार, डिजिटल भुगतान, नौवहन, जहाज निर्माण, बंदरगाहों आदि जैसे नए क्षेत्रों में भारत-साइप्रस व्यापार साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों के बारे में विचारों की पहचान की जाएगी, उन पर बातचीत की जाएगी और चर्चा की जाएगी।’’
पिछले दो दशकों से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की साइप्रस की यह पहली यात्रा है। साइप्रस पहुंचने पर विशेष गर्मजोशी प्रदर्शित करते हुए राष्ट्रपति क्रिस्टोडौलिडेस ने प्रधानमंत्री मोदी का लार्नाका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया। यात्रा के दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए वार्ता करेंगे।
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, मोदी की यात्रा ‘‘द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने और भूमध्यसागरीय क्षेत्र और यूरोपीय संघ के साथ भारत के जुड़ाव को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करेगी।’’ विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और साइप्रस के बीच द्विपक्षीय व्यापार हाल के वर्षों में ‘‘उतार-चढ़ाव के बीच स्थिर’’ रहा है और अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के लिए यह 13.696 करोड़ अमेरीकी डॉलर था।