महागोमतेश्वर महादेव मंदिर : 24 फीट ऊंचे शिवलिंग के दर्शन से पूरी होती हैं भक्तों की हर मनोकामना, सावन पर उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़ – Utkal Mail

लखनऊ, अमृत विचार। सावन का पवित्र महीना चल रहा है, हर कोई भगवान शिव की भक्ति में डूबा हुआ है। डालीगंज में स्थित महागोमतेश्वर महादेव मंदिर शिव भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। यहां का 24 फीट ऊंचा शिवलिंग न केवल शहर का एकमात्र सबसे ऊंचा शिवलिंग है, बल्कि यह भक्तों के लिए भक्ति और शांति का स्रोत भी है। सावन के इस पवित्र माह में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है, खासकर सोमवार के दिन यहां भक्तों का तांता लगा रहता है, जो बाबा भोलेनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए दूर-दराज से आते हैं।
मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
मंदिर के महंत श्यामगिरि के अनुसार, महागोमतेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। इस मंदिर में स्थापित 24 फीट ऊंचे शिवलिंग के नीचे एक प्राचीन पत्थर है, जिसकी पूजा 1990 के दशक में की जाती थी। महंत श्यामगिरि ने बताया कि काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन के दौरान उन्हें इस पत्थर को शिवलिंग का रूप देने की प्रेरणा मिली था। चूंकि मंदिर गोमती नदी के तट के निकट स्थित है, इसलिए इसे महागोमतेश्वर महादेव के नाम से जाना जाने लगा।
सावन में विशेष दर्शन और जलाभिषेक
सावन के प्रत्येक सोमवार को मंदिर में भोलेनाथ के भक्तों का तांता लगा रहता है। मान्यता है कि जो भक्त श्रद्धापूर्वक और भक्तिभाव से इस विशाल शिवलिंग का जलाभिषेक करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
यहां तक पहुंचने का रास्ता
महागोमतेश्वर महादेव मंदिर डालीगंज के हाथी पार्क के सामने स्थित है। लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से आप ऑटो या कैब के जरिये आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं। यहां पर शिवलिंग की भव्यता और शांति भक्तों को आकर्षित करती है, और यहां दर्शन करने से मन को असीम शांति मिलती है। सावन के इस पवित्र माह में यदि आप भी बाबा भोलेनाथ के इस भव्य शिवलिंग के दर्शन करना चाहते हैं, तो महागोमतेश्वर महादेव मंदिर अवश्य आएं। यह स्थान न केवल आपकी आस्था को बल देगा, बल्कि आपको भक्ति और शांति का अनूठा अनुभव भी करायेगा
यह भी पढ़ेंः इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कई छात्र नेताओं ने एक साथ ली कांग्रेस की सदस्यता, बोले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष- युवाओं का भाजपा से मोहभंग