भारत
तिहासिक निर्णय : 1932 को लेकर आन्दोलित रहे जगरनाथ महतो को छह साल बाद मिली सफलता
1932 के कारण तीन माह तेरह दिन तेनुधाट जेल मे रहें बंद
हाईकोर्ट ने भादवि की धारा 304 व 328 निरस्त कर दी राहत
विधायक के अलावे उपप्रमुख ,मुखिया सहित पांच कार्यकर्ता रहे जेल मे बंद
भाजपा रूपी रघुवर सरकार की 1985 स्थानीय नीति के विरूद्ध 13 मई को फुंकी से बिगूल
फोटो : स्थानीय नीति के विरोध मे निकली मशाल जुलूस मे शामिल डुमरी विधायक (फाइल फोटो )
मनोज कुमार ,नावाडीह
जन आंदोलन के बल पर चन्द्रपुरा प्रखंड के अलारगो पंचायत के सिमराकुल्ही से निकलकर डुमरी विधानसभा से लगातार चार बार विधायक चुने गये जगरनाथ महतो राज्य के मंत्रीमंडल मे शिक्षा मंत्री व मद्दनिषेद मंत्री के पद पर आसीन होकर बुधवार की हुई हेमन्त सरकार की मंत्री मंडल की बैठक मे स्थानीय नीति 1932 का खतियान लागू करने को लेकर प्रस्ताव पारित करने सफलता पाई है। 1932 को लेकर वे भाजपा रूपी रघुवर दास की सरकार द्वारा धोषित 1985 की स्थानीय नीति का कड़ा विरोध किया था। 13 मई 2016 को इसके विरोध मे मशाल जुलूस निकालकर आंदोलन की शुरूवात की थी। जिसके कारण उन्हे मशाल जुलूस निकाले जाने पर नावाडीह थाना के तत्कालीन थानेदार रामचंद राम की हुई मृत्यु पर गैर इरादतन हत्या का मुकादमा दर्ज हुई। ओर विधायक जगरनाथ महतो सहित प्रखंड के उपप्रमुख विश्वनाथ महतो ,चपरी मुखिया गौरीशंकर महतो ,झामुमो जिला उपसचिव बालेश्वर महतो ,महिला अध्यक्षा विलसी देवी को तीन माह तेरह दिन तेनुधाट जेल मे कटानी पड़ी थी। उच्च न्यायालय द्वारा विधायक श्री महतो को 3 अगस्त 2016 को जमानत दी गई उसके बाद विधायक जेल से बाहार आए। हालांकि लम्बी बहस के बाद नावाडीह थाना के पूर्व थानेदार स्व रामचंद्र राम के गैर इरादतन हत्याकांड मामले मे झारखंड हाईकोट से डुमरी विधायक जगरनाथ महतो को बडी राहत मिली , न्यायलय ने उक्त मामले में भादवि की धारा 304 गैर इरादतन हत्या व 328 ,नायजायज ठंग से मजमा लगने के आरोपो से मुक्त कर दिया है।इसके बाद विधायक जेल से बहार निकलें।
बताते चले कि झारखंड प्रदेश की स्थानीय नीति 1985 लागू किये जाने के विरोध में झामुमो ने 14 मई 2016 को झारखंड बंद का आव्हान किया था बंदी की पूर्व संध्या पर नावाडीह थाना क्षेत्र के ब्लोक मोड़ से नावाडीह बिनोद चौक तक डुमरी विधायक जगरनाथ महतो के नैतृत्व मे झामुमो कार्यकर्ताओ ने मशाल जुलूस निकला था ओर भाजपा सरकार को चेतवानी दी कि जब तक 1932 का खतियान की स्थानीय नीति लागु नही होगी सड़क से सदन तक आंदोलन जारी रहेगी। जुलुस के क्रम मे निर्वतमान थानेदार रामचंद्र राम ,बीडीओ अरूण उरांव ,पुलिस इस्पेक्टर प्रमेश्वर लियांगी ने सरकार के आदेशानुसार मशाल जुलूस रोकने की पुरी कौशिश की परंतु मशाल जुलूस तय स्थान पर जाकर समाप्त हो गई। उसके बाद थानेदार की सीने मे दर्द की शिकायत पर बोकारो बीजीएच मे भर्ती किया गया जहां ईलाज के दोरान 16 मई 2016 को मृत्यु हो गई ।उक्त प्रकारण मे इस्पेक्टर के लिखित शिकायत पर नावाडीह थाना में कांड संख्या 19 /2016 के तहत् प्राथमिकी दर्ज करते हुए डुमरी विधायक जगरनाथ महतो ,उपप्रमुख विश्वनाथ महतो चपरी मुखिया गौरीशंकर महतो ,झामुमो नेता बालेश्वर महतो ,महिला नेत्री विलसी देवी सहित 200 अज्ञात के विरूध मामला दर्ज करते हुए सभी आरोपी को तेनुधाट जेल भेजा गया जहां तेनुधाट न्यायलय द्वारा आरोप गठन की गई जिसे लेकर विधायक ने हाईकोर्ट मे चुनौती दी थी।जहां 14 मई 2019 को उच्च न्यायालय ने 304 व 328 धारा को निरस्त कर दिया था।
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1932 कैबिनेट से पास होने पर जश्न
नावाडीह: हेमन्त सरकार की हुई कैबिनेट की बैठक मे झारखंड की स्थानीय नीति 1932 का खतियान आधारित पास होने की जानकारी मिलते ही नावाडीह मे कार्यकर्ताओ मे खुशी की लहर है। झामुमो कार्यकर्ता पटखा फोड़कर व मिठाई बांटकर जश्न मना रहे है।
जिला सचिव जयनारायण महतो ,संयुक्त सचिव बालेश्वर महतो ,प्रखंड अध्यक्ष गणेश प्रसाद महतो ,सचिव सोनाराम हेम्ब्रम,मुखिया संध अध्यक्ष विश्वनाथ महतो ,किसान मोर्चा के भुवनेश्वर महतो ,युवा अध्यक्ष तापेश्वर महतो ,महिला नेत्री विलसी देवी सहित राउफ अंसारी ,शाहीद अंसारी ,
उपप्रमुख हरिलाल महतो ,बीस सुत्री अध्यक्ष वृजलाल हंसादा उपाध्यक्ष गणेशपारो ,आदि ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को बधाई दी है।